न्यूज़ डेस्क : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में अपूर्णता का कोई स्थान नहीं। यहां अधूरा कुछ नहीं होता। यह राम की अयोध्या, कृष्ण की मथुरा, शिव की काशी के साथ ही बुद्ध, कबीर और महावीर की भी धरती है। गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम है। यह सभी ‘पूर्णता के प्रतीक’ हैं।
उत्तर प्रदेश अपनी इसी परंपरा को गति प्रदान करते हुए एक भव्य, आपकी जरूरतों को पूर्ण करने वाला दिव्य और सर्वसुविधायुक्त ‘पूर्ण फिल्म सिटी’ का विकास कर दुनिया को एक उपहार देगा। इसके विकास के लिए आप सभी के सुझावों का स्वागत है।
मुख्यमंत्री मंगलवार को सिनेमा जगत की बड़ी हस्तियों से मुखातिब थे। अनुपम खेर, परेश रावल, उदित नारायण, नितिन देसाई, कैलाश खेर, अनूप जलोटा, अशोक पंडित, सतीश कौशिक सहित जैसे अनेक दिग्गजों के साथ मुख्यमंत्री ने प्रस्तावित फिल्म सिटी के स्वरूप पर विस्तार से विमर्श किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पर प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा है। फिल्मों ने हमारी भारतीय संस्कृति से विश्व जगत को परिचित कराया है। यह समाज का दर्पण है। ऐसे में फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने और स्थानीय प्रतिभाओं को विशेष अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में मॉडर्न फिल्म सिटी और इन्फोटेनमेंट जोन की स्थापना का निर्णय लिया है। जिसके विकास में आगामी 50 साल की जरूरतों का ध्यान रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस दिशा में हमारे प्रयास अधिक उपयोगी, लाभदायक और व्यापक बन सकें, इसके लिए हम पूरे फिल्म जगत से सुझाव आमंत्रित कर रहे हैं। संवाद के माध्यम से एक-दूसरे की आवश्यकताओं को समझने और उनकी पूर्ति करने का अवसर प्राप्त होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि फिल्म जगत के लोगों के सुझाव और अनुभवों का लाभ लेते हुए हम वैश्विक फिल्म जगत को एक नया विकल्प देने को तत्पर है।
1000 एकड़ भूमि पर होगा विकास
बैठक में यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुनवीर ने प्रस्तावित फिल्म सिटी के संबंध में एक प्रस्तुतिकरण भी दिया। उन्होंने बताया कि यमुना एक्सप्रेस-वे सेक्टर-21 में लगभग 1,000 एकड़ भूमि पर इसका विकास होगा। इसमें 220 एकड़ कॉमर्शियल एक्टिविटी के लिए आरक्षित होगा।
यह मथुरा-वृंदावन से 60 और आगरा से 100 किमी की दूरी पर है। हम यहां फिल्म सिटी के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ 35 एकड़ में फिल्म सिटी पार्क भी विकसित करेंगे। यह क्षेत्र रेल और सड़क परिवहन से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
एशिया का सबसे बड़ा जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट समीप ही है। यह भी शीघ्र तैयार हो जायेगा। इसे मेट्रो, रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम और हाई स्पीड ट्रेन से भी जोड़ने की योजना है। हम जो कुछ कर रहे हैं वह 50 साल की जरूरतों के मद्देनजर कर रहे हैं। इससे पहले अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश अवस्थी ने पिछले साढ़े तीन वर्ष के भीतर उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास की यात्रा से सभी को अवगत कराया।
विश्व के लिए उदाहरण बनेगी यूपी की फ़िल्म सिटी
मुख्यमंत्री ने कहा कि फिल्म सिटी में वर्ल्ड क्लास सिविल व पब्लिक एमेनिटीज की स्थापना प्रस्तावित है। हमारा प्रयास रहेगा कि इसे सर्वोत्कृष्ट डेडिकेटेड इंफोटेनमेंट जोन के रूप में विकसित किया जाए। आने वाला समय ओटीटी व मीडिया स्ट्रीमिंग का है। इसके लिए हाई कैपेसिटी, वर्ल्ड क्लास डाटा सेंटर की स्थापना भी इंफोटेनमेंट जोन में की जाएगी।
उन्होंने कहा कि हम कंटेंट डिस्ट्रीब्यूशन के लिए स्मूथ व फुलप्रूफ व्यवस्था के साथ-साथ टैक्स एक्जेम्शन की सुविधा पर भी विचार कर रहे हैं। सभी के सहयोग से यह फिल्मसिटी जल्द ही आकार लेगी।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश भारतीय संस्कृति, सभ्यता और समृद्ध परंपरा का महत्वपूर्ण केंद्र है। यमुना एक्सप्रेस-वे क्षेत्र में जहां यह फ़िल्म सिटी विकसित करने का विचार है, वह भारत के ऐतिहासिक, पौराणिक इतिहास से सम्बद्ध है। यह हस्तिनापुर का क्षेत्र है। हमारे दिव्य-भव्य कुंभ से पूरी दुनिया आह्लादित है। फिल्म सिटी भी सभी की उम्मीदों को पूरा करने वाली होगी।
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