न्यूज़ डेस्क : संसद ने मंगलवार को जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा संबंधी अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने के प्रस्ताव संबंधी संकल्प और जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों मसलन जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख में बांटे जाने विधेयक को मंजूरी दे दी। मंगलवार को लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल पास हो गया।
बता दें कि राज्यसभा में मोदी सरकार पहले ही पारित करा चुकी है, अब राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद यह कानून का रूप अख्तियार कर लेगा। बिल पर संसद की मुहर लगते ही पीएम मोदी ने जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के लोगों को सलाम किया और कहा कि एक नई सुबह और नया कल आपका इंतजार कर रहा है। पीएम मोदी ने बिल पास होने के बाद कई ट्वीट किए।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘एक साथ हम एक साथ हैं, हम एक साथ उठेंगे और हम एक साथ 130 करोड़ भारतीयों के सपनों को पूरा करेंगे! हमारे संसदीय लोकतंत्र में एक महत्वपूर्ण अवसर है, जहां जम्मू और कश्मीर से संबंधित ऐतिहासिक बिल को भारी समर्थन के साथ पारित किया गया है।’
पीएम मोदी ने कहा कि ‘मैं जम्मू-कश्मीर की बहनों और भाइयों के साहस और जज्बे को सलाम करता हूं। वर्षों तक कुछ स्वार्थी तत्वों ने इमोशनल ब्लैकमेलिंग का काम किया, लोगों को गुमराह किया और विकास की अनदेखी की। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख अब ऐसे लोगों के चंगुल से आजाद है। एक नई सुबह, एक बेहतर कल के लिए तैयार है!’ उन्होंने आगे कहा कि ‘ये कदम जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के युवाओं को मुख्यधारा में लाएंगे, साथ ही उन्हें उनके कौशल और प्रतिभा को प्रदर्शित करने के अनगिनत अवसर प्रदान करेंगे। इससे वहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार होगा, व्यापार-उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार के नए अवसर बनेंगे और आपसी दूरियां मिटेंगी।’
पीएम मोदी ने कहा कि ‘लद्दाख के लोगों को विशेष रूप से बधाई! मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि केंद्र शासित प्रदेश घोषित करने की उनकी दशकों पुरानी मांग आज पूरी हो गई है। इस फैसले से लद्दाख के विकास को अभूतपूर्व बल मिलेगा। लोगों के जीवन में समृद्धि और खुशहाली आएगी।’
उन्होंने आगे कहा कि ‘इन विधेयकों का पारित होना देश के कई महान नेताओं को सच्ची श्रद्धांजलि है: सरदार पटेल, जो देश की एकता के लिए समर्पित थे; बाबासाहेब अम्बेडकर, जिनके विचार सर्वविदित हैं; डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, जिन्होंने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।’
पीए मोदी ने कहा कि ‘संसद में जिस प्रकार विभिन्न पार्टियों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर और वैचारिक मतभेदों को भुलाकर सार्थक चर्चा की, उसने हमारे संसदीय लोकतंत्र की गरिमा को बढ़ाने का काम किया है। इसके लिए मैं सभी सांसदों, राजनीतिक दलों और उनके नेताओं को बधाई देता हूं।’
प्रधानमंत्री ने कहा ‘ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को गर्व होगा कि सांसदों ने वैचारिक मतभेदों को भुलाकर उनके भविष्य को लेकर चर्चा की। साथ ही साथ वहां शांति, प्रगति और समृद्धि की राह सुनिश्चित की। RS में 125:61 और LS में 370:70 का विशाल बहुमत इस फैसले के प्रति भारी समर्थन को दिखाता है।’
उन्होंने सभापति और उपसभापति का भी अभिवादन किया और कहा, ‘देश के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के चेयरमैन वेंकैया नायडू और लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला जी ने अपने-अपने सदन में जिस प्रकार से कार्यवाही का प्रभावी संचालन किया, उसके लिए मैं उन्हें पूरे देश की ओर से बधाई देता हूं।’
अमित शाह की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ‘हमारे गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों के बेहतर जीवन को सुनिश्चित करने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। उनके समर्पण और अथक प्रयासों से ही इन विधेयकों का पारित होना संभव हो पाया है। इसके लिए मैं अमित भाई को विशेष बधाई देता हूं!’
बता दें कि संसद ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा संबंधी अनुच्छेद 370 की अधिकतर धाराओं को खत्म करने के संकल्प को मंजूरी दी।। राज्यसभा के बाद अब लोकसभा से भी जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल पर मंजूरी मिल गई है। मंगलवार को लोकसभा ने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल को पास कर दिया। जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल पर लोकसभा में वोटिंग के दौरान पक्ष में जहां 370 वोट पड़े वहीं, विपक्ष में 70 वोट पड़े। हालांकि, इस दौरान समाजवादी पार्टी ने वोटिंग से खुद को अलग रखा और वॉक आउट किया। बता दें कि सोमवार को राज्यसभा ने इस बिल को पास कर दिया था।
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