18 दिसम्बर : अपने बुने जाल मे ही फसते हुए नज़र आ रहे है मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ l जहां उन्होंने यूपी बिहार के लोगो का अपमान करते हुए अपने प्रदेश से बहार करने की बात की वही वो यह भूलते हुए नज़र आये की यूपी की दो पार्टी मायावती और अखिलेश के समर्थन से ही उन्होंने सरकार बनाई है l अगर यह दोनों नेता आज अपना समर्थन वापस ले ले तो कमलनाथ की सरकार पर खतरा मडरा सकता हैं l
अपने लोगो का साथ ले कर सत्ता पाना उनको सम्मान के साथ अपने शपथ समारोह मे बुलाना और उनके घर वापसी के पहले उनके ही लोगो और उनके ही प्रदेशवासियो की बेइज्जती करना कमलनाथ को भारी पड़ सकता हैं l कमलनाथ के इस बयान पर अभी अखिलेश यादव ने बहुत ही हल्के रूप मे आलोचना की है परन्तु वो नाकाफी है l वही बिहार के दो नेता तेजस्वी यादव और शरद यादव भी कमलनाथ की शपथ समारोह मे उपस्थित थे परन्तु उनका अभी तक कोई प्रतिक्रिया इस पर प्राप्त नहीं हो सका है l अगर यह मुद्दा बीजेपी गरमा दिया तो कांग्रेस कई साथ साथ मायावती , अखिलेश , तेजस्वी और शरद यादव पर भरी पड़ सकता है l देखा जाय तो यह देश की 24 फीसदी जनता का अपमान माना जा सकता है क्योकि देश की एक चौथाई आबादी इन्ही दो प्रदेशों से आती है l
वैसे आज पूरे दिन देश भर मे इस मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन होता रहा, कांग्रेस और कमलनाथ मुर्दाबाद के नारे लगते रहे परन्तु अभी तक कमलनाथ के इस बयान पर दोनों प्रदेश यूपी और बिहार के मुख्यमंत्री का भी कोई बयान नहीं आया है l
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