शराब पीकर गाड़ी चलाने की गंभीर समस्या के विरुद्ध खड़े हुए अब कबीर बेदी

नई दिल्ली: शराब पीकर गाड़ी चलाने की गंभीर समस्या हमारे देश में रोजाना कई इंसानों की मौत का कारण बनती है. अब इसी मुद्दे पर विख्यात अभिनेता कबीर बेदी एक फिल्म लेकर आ रहे हैं जो खुद ड्रिंक और ड्राइव के खिलाफ हैं. जी हां, कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों में भी अपने अभिनय का जलवा दिखा चुके कबीर बेदी अब एक्टर से डायरेक्टर बने अक्षय आनंद की फिल्म ‘जाने क्यों दें यारों’ में एक महत्वपूर्ण भूमिका में दिखेंगे जो नशे में गाड़ी चलाने के विरुद्ध एक बुलंद आवाज़ है.

महेश भट्ट की फ़िल्म ‘ज़ख्म’ और विक्रम भट्ट की आमिर खान अभिनीत फ़िल्म ‘गुलाम’ जैसी दर्जनों फिल्मो में अभिनय कर चुके अक्षय आनंद की बतौर निर्देशक इस पहली फिल्म में ‘जाने भी दो यारों’ कह देने की सोच को बदलने की बात की गई है, एक मोटिवेशनल सिनेमा है. जिसमे नए एक्टर्स के साथ साथ कबीर बेदी का भी अहम रोल है. ‘जाने क्यू दे यारों’ दो दोस्तों की एक ऐसी कहानी है जो ड्रिंक और ड्राइव के बहाने हो रहे भ्रष्टाचार को दर्शाती है.

16 फरवरी को रिलीज़ होने जा रही इस फिल्म में कबीर बेदी एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक का किरदार निभा रहे हैं. कबीर बेदी के अलावा इस फिल्म में अभिषेक शर्मा, चेतना पाण्डेय,रघु राजा और हिना पांचाल ने भी एक्टिंग की है. कबीर बेदी कहते हैं कि एक कलाकार होने के नाते मैं अपने काम से हमेशा समाज को एक मैसेज देने का प्रयास करता हूं. और मैं यह मूवी करके बेहद खुशी महसूस कर रहा हूं कि इस फिल्म में नशे में वाहन चलाने जैसे गंभीर सामजिक मसले को उजागर किया गया है.

शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामले में भी कितना करप्शन है, यह फिल्म इस बात को भी दर्शाती है. हम हिन्दुस्तानी अक्सर जिंदगी में कह देते हैं ‘अरे यार छोड़. जाने दे यार’ लेकिन फिल्म यह कहना चाहती है कि हम क्यों जाने दें. जहां गलत हो रहा है उसके विरूद्ध आवाज़ क्यों नही उठाते? यही सवाल उठाती है यह फ़िल्म. हमारे देश की पब्लिक का जो ‘जाने दो यारों’ कह देने का तरीका है उसे बदला जाए. हमें इस सोच से निकलना पड़ेगा.

उन्होंने आगे कहा कि हम बात करते हैं कि शराब पी कर गाडी चलाने वाले काफी लड़के पकड़े जाते हैं, लेकिन इसका समाधान क्या है. इन चीजों को कौन एक्सपोज़ करेगा? हम फिल्म के माध्यम से इन मुद्दों को उठा सकते हैं. इसके माध्यम से यही सन्देश है कि सिस्टम को एक्सपोज़ किया जाए.

Comments are closed.