लखनऊ । आईआईटी समेत अन्य शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश पाने के लिए रविवार को जेईई मेंस की परीक्षा आयोजित हुई। रविवार को होने वाली परीक्षा लिखित थी। वहीं अभी ऑनलाइन परीक्षा बाकी है। 15 व 16 अप्रैल को इसकी ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की जाएगी। राजधानी के 25 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा हुई। कुल 14400 परीक्षार्थियों को शामिल होना था। जबकि परीक्षा में दस फीसदी परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। पहली पाली में बीटेक व दूसरी पाली में बैचलर ऑफ आर्केटेक्चर में दाखिले के लिए परीक्षा हुई। दूसरी पाली की परीक्षा केवल तीन केंद्रों पर हुई। परीक्षा होने के बाद परीक्षार्थियों ने बताया कि प्रश्न पत्र में गणित का सेक्शन काफी कठिन था। सवालों के कैलकुलेशन काफी लंबे थे। इस वजह से एक-एक सवाल को हल करने में अधिक समय लगा। इस तरह से अधिकतर परीक्षार्थी गणित के सवालों में उलझे रहे। गणित में इस बार फंशन, सीरीज, जियोमिट्री के अधिक सवाल आए थे।
परीक्षार्थियों ने बताया कि इस बार भौतिक विज्ञान में आंकिक प्रश्न कम थे। इसकी जगह पर थ्यौरी के प्रश्न अधिक पूछे गए। इससे परीक्षार्थी थोड़े असमंजस में रहे कि इसमें उनकों कितने नंबर मिलने का अनुमान है। हालांकि परीक्षार्थी रसायन विज्ञान के सेक्शन से बेहद खुश रहे। उनका कहना था कि रसायन विज्ञान के जो सवाल पूछे गए थे, वह काफी आसान थे। वहीं अगर पूरे प्रश्न पत्र की बात करें तो परीक्षार्थियों ने पिछले साल की अपेक्षा इस बार का पेपर थोड़ा आसान बताया। जेईई के जानकार एसएन मिश्रा ने बताया कि जेईई मेंस का पेपर 360 अंको का होता है। इस बार परीक्षा के प्रश्न पत्र पैटर्न व सिलेबस में कोई बदलाव नहीं किया गया था। प्रश्न पत्र पूरे सिलेबस पर आधारित था। इसलिए पूरी उम्मीद है कि जितनी मेरिट पिछले वर्ष गई थी लगभग उतनी ही इस बार भी रह सकती है। परीक्षा से करीब सवा दो लाख परीक्षार्थियों का चयन किया जाएगा।
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