नई दिल्ली: एक अपेक्षित बदलाव के तहत, देश के लगभग सभी विश्वविद्यालय अब अपनी शिक्षा व्यवस्था को आज की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाने के साथ खेल पर भी बराबर ध्यान देने लगे हैं. इसका यही असर है कि विभिन्न शिक्षण संस्थानों में छात्रों के परीक्षा में बेहतर अंकों के साथ खेल में भी उतना ही अच्छा प्रदर्शन होने पर काम किया जा रहा है. इसी क्रम में राजधानी दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया में इन दिनों अपने प्रतिष्ठित वार्षिक महोत्सव ‘मिरास’ की तैयारियों के बीच, बुधवार से इंटर-फैकल्टी स्पोटर्स टूर्नामेंट की शुरुआत की गई. यह प्रतियोगिता जामिया के नवाब मंसूर अली खां पटौदी स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में आयोजित की जा रही है, जिसमें लगभग हर फैकल्टी के छात्र हिस्सा ले रहें हैं. एक महीने तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में टेबल टेनिस, बैडमिंटन, वॉलीबॉल, फुटबॉल, बास्केटबॉल तथा क्रिकेट जैसे खेलों में मुकाबले होने हैं.
संस्थान के छात्रों में इस टूर्नामेंट को लेकर उत्साह देखते ही बन रहा है. आगामी महोत्सव ‘मिरास’ के कार्यक्रमों की घोषणा होने के बाद भी छात्र बड़ी संख्या में अपने पसंदीदा खेलों में भाग लेने के लिए आगे आ रहें हैं. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स की ओर से प्रतियोगिता का नोटिस आने के फौरन बाद से ही विद्यार्थियों ने नामांकन करवाना शुरू कर दिया है. आधिकारिक जानकारी के अनुसार, पिछले वर्षों की तुलना में इस बार रिकॉर्ड आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें सबसे ज़्यादा मानविकी एवं भाषा संकाय के छात्र रहें. अपने संकाय से सबसे अधिक आवेदन होने पर डीन, प्रो. वहाजुद्दीन अलवी ने विद्यार्थियों की खेल के प्रति उत्साह एवं भागीदारी पर प्रशंसा की.
प्रतियोगिता के आयोजन पर जामिया स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के निर्देशक प्रो. इख्तिदार मोहम्मद ख़ान ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि भाग ले रहे सभी छात्रों को खेल भावना के साथ इसमें सम्मिलित होना चाहिए. उन्होंने कहा कि ‘मैं सभी प्रतिभागियों को उनके बेहतर खेल के लिए बधाई देता हूं और उम्मीद करता हूं कि सभी आपसी भाईचारे तथा खेल भावना के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे.’ साथ ही उन्होंने टूर्नामेंट में रिकॉर्ड आवेदन प्राप्त होने पर शिक्षकों को खेल की ओर अपने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने और प्रशासनिक मदद के लिए कुलपति का साधुवाद किया. प्रो. इख्तिदार ने कहा कि ‘छात्रों का पढ़ाई के साथ-साथ खेल की ओर भी बढ़ता रुझान उनके अध्यापकों के निरंतर प्रोत्साहन की वजह से है, जो इस बात को बखूबी समझते हैं कि खेल और शिक्षा छात्रों के विकास के लिए आवश्यक हैं. इसे साकार करने में हमारे वाइस चांसलर साहब प्रो. तलत अहमद का एक महत्वपूर्ण योगदान है. वे लगातार विश्वविद्यालय को एक नई ऊंचाई प्रदान कर रहे हैं, यह एक ऐसे कुलपति हैं जो हर समय विद्यार्थियों और अध्यापकों के लिए उपलब्ध रहते हैं. हमें विद्यार्थियों के लिए इस तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित करने में उनकी पूरी सहायता मिलती है, जिसमें संस्थान को प्रत्येक खेल में एक अच्छे खिलाड़ी मिलने की संभावना होती है. यह इसी का परिणाम है कि जामिया क्वालिटी एजुकेशन के साथ-साथ खेल के क्षेत्र में भी नई बुलंदियों को छू रहा है.’
उल्लेखनीय है कि पिछले साल जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने नॉर्थ-ज़ोन इंटर-यूनिवर्सिटी बास्केटबॉल चैम्पयनशिप की मेज़बानी करते हुए यहां की टीम ने उस चैम्पयनशिप को अपने नाम किया था. इसके अलावा देश की हॉकी टीम के अधिकतर खिलाड़ी और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग भी जामिया के ही छात्र थे. इसके अलावा मौजूदा इंटरनेशनल प्लेयर्स में लान टेनिस प्लेयर प्रेमा भामरी का सम्बन्ध भी जामिया विश्विद्यालय से है, वो विधविद्यालय एम.ए. की छात्रा हैं.
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