महिलाओं के सबसे बड़े ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म द्वारा आयोजित, सम्मेलन ने कमियों को दूर किया और इंडस्ट्री के विचारशील नेताओं के साथ शीरोज समुदाय को जोड़ा
इंदौर, जनवरी, 2019: महिलाओं के लिए समर्पित सामुदायिक मंच, शीरोज, ने समर्थन, संसाधन, अवसर और सहभागिता की पेशकश करते हुए, इंदौर में अपने फ्लैगशिप शीरोज सम्मेलन #BeYourOwnRani का सफलतापूर्वक समापन किया। सम्मेलन में कार्यशालाओं और प्रेरणादायक वार्ताओं और अवसरों के माध्यम से संवाद करने, सपंर्क बढा़ने और प्रेरणा देने के लिए इंदौर और उसके आसपास के अपने समुदाय के सदस्यों साथ बैठकर चर्चा की। शिल्पी मिश्रा, सीनियर वीपी, कोटक महिंद्रा बैंक, पारोमिता वोहरा, संस्थापक, एजेन्ट्स ऑफ इश्क, श्रुति सेठ, एक्टर, वीजे और एंटरप्रेन्योर, आरजे अंजलि, माई एफएम, पल्लवी बोराह, हेड, मार्स और स्वयं शायरी चहल जैसी प्रेरणादायक महिलाओं ने खुद दर्शकों से संवाद करते हुए अपनी ‘टेक चार्ज’ कहानियों को साझा किया।
शहर में पहली बार आयोजित होने वाले शिरोज सम्मेलन की शुरुआत शायरी चहल, सीईओ और संस्थापक, शीरोज के मुख्य भाषण के साथ शुरुआत हुई। उन्होंने समुदायों की शक्ति, स्वयं को अपनी संतुष्टि और भविष्य के लिए तैयार करने और अपनी जिन्दगी के बारे में स्वयं निर्णय लेने, और #BeYourOwnRani के लिए अपना निर्णय लेने के बारे चर्चा की। मुख्य भाषण के बाद, शीरोज द्वारा संचालित रिमोट वर्क एंटरप्राइज सॉल्यूशन, मार्स की हेड पल्लवी बोराह ने एक दिलचस्प सत्र का संचालन किया, जिसमें मार्स महिलाओं ने अपने अनुभवों एवं कहानियों को साझा किया और बताया कि कैसे वे बिना किसी समझौते के अपने जुनून को पूरा करते हुए, अपने काम और जीवन के बीच संतुलन बनाती हैं।
इंदौर सम्मेलन के बारे में शीरोज की फाउंडर और सीईओ शायरी चहल ने कहा कि “आप मेरे लिए और मैं आपके लिए, का विचार शीरोज का मूल विचार है। हम साथ मिलकर इस विचार को बनाते और इसे मजबूती प्रदान करते हैं। शीरोज का मंच हमारे देश की महिलाओं की प्रगति के उत्प्रेरक का काम करता है। जरा सोचिए, अगर 100 मिलियन महिलाएं एक-दूसरे के लिए दृढ़ता के साथ खड़ी हो जायें, तो क्या नहीं हो सकता है। आज महिलाओं के लिए इंटरनेट सबसे बड़ा संबल है। आज 14 मिलियन महिलाएं शिरोज नेटवर्क पर ऑनलाइन मौजूद हैं, लेकिन 10 साल पहले यह संभव नहीं था। शिरोज ऐप महिलाओं को जोड़ रहा है, और महिलाओं के विकास के लिए जगह बना रहा है।”
कोटक महिंद्रा बैंक की सीनियर वीपी शिल्पी मिश्रा ने महिलाओं की वित्तीय स्वतंत्रता के महत्व पर जोर दिया और कहा कि महिलाएं कैसे वित्त से सम्बंधित निर्णय का अधिकार स्वयं ले सकती हैं। सत्र के दौरान, उन्होंने भविष्य के लिए बचत को लेकर कुछ सुझाव और तरीके भी साझा किया और कहा कि “महिलाएं सबसे अच्छी खर्च करने वाली और बेहतरीन बचतकर्ता हैं। वित्तीय स्वतंत्रता एक यात्रा है। यह आपको जीवन का आनंद लेने के लिए सुरक्षा और आत्मविश्वास देती है। वित्तीय स्वतंत्रता ने मुझे अपने करियर में जोखिम उठाने में मदद की। अगर आप 100 रुपये कमाते हैं, तो 40 बचायें।”
माई एफएम से जुड़ी इंदौर की आरजे अंजलि ने ‘सुपर वूमन’ वर्षा से परिचय कराया, जो ग्रामीण महिलाओं के लिए सैनिटरी पैड बनाती है और माहवारी संबंधी स्वच्छता के विषय पर अपनी पीएच डी कर रही हैं। आरजे अंजलि से बातचीत करते हुए एक्टर, वीजे और एन्टरप्रेन्योर श्रुति सेठ ने अपनी ‘टेकचार्ज’ की कहानी को साझा करके महिलाओं में जोश भर दिया। उन्होंने अपने जीवन में कॅरियर से सम्बंधित लिये गये निर्णयों और उसके प्रभाव के बारे में बताया।
विवाह, करियर विकल्प और राजनीति में महिलाओं जैसे विषयों पर अपने विचार साझा करते हुए श्रुति सेठ ने कहा कि “महिलाएं उत्कृष्ट नेता बनती हैं, क्योंकि हम हर चीज को सहानुभूति के नजरिये देखती हैं। महिलाओं को अभिनेत्री बनने का, यहां तक कि शादी और बच्चे होने के बाद भी, यह शानदार समय है। महिला कलाकारों और महिला दर्शकों दोनों को ध्यान में रख कर भूमिकाएं लिखी जा रही हैं। जब मेरी शादी हुई तब मैं 33 साल की थी। आपकी बेटी और उसके सपनों पर टाइमलाइन नहीं होनी चाहिए।”
प्रेम, इच्छा, स्वतंत्रता, सहमति, समानता और पसंद के इर्द-गिर्द कुशलतापूर्वक सकारात्मक बातचीत करते हुए एजेन्ट्स ऑफ इश्क की संस्थापक, पारोमिता वोहरा के साथ एक आकर्षक सत्र का आयोजन हुआ। इस आयोजन में जहां युवा कलाकार और परकसनिस्ट प्रणय जैन ने अपने संगीत से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया, वहीं तुषार कोहली ने अपनी भावपूर्ण आवाज से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
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अपनी वेबसाइट Sheroes.com और शिरोज ऐप के ज़रिए 24×7 महिलाओं के लिए काम करने वाला अपनी तरह का एक खास शीरोज प्लेटफॉर्म है। प्लेटफॉर्म में 62 से अधिक परामर्श, रचनात्मक और वाणिज्य समुदाय शामिल हैं जो महिलाओं को अपने स्वयं के विभिन्न हितों की समझने और तलाश करने, विशेषज्ञों से मार्गदर्शन लेने, अन्य महिलाओं के साथ जुड़ने और उन्हें सक्रिय रूप से समर्थन देने के लिए स्वतंत्र अवसर प्रदान करते हैं। शीरोज का गठन पूरी तरह सोच-समझकर इस विचार के आधार पर किया गया है कि महिलाओं द्वारा महिलाओं के समर्थन से दुनिया बदल सकती है।
इंदौर में शीरोज सम्मेलन कमियों को भरने वाले प्रयास करने और देश में बड़ी उपलब्धि हासिल करने वालों से शीरोज समुदाय को जोड़ने में सहायता करने की पेशकश का विस्तार था। इंडस्ट्री के लीडर्स के विचारों, आकांक्षाओं, अनुभवों और कहानियों ने न केवल वहां मौजूद महिलाओं को प्रोत्साहित किया, बल्कि ऐसे समुदायों के लिए भी उनके भरोसे को प्रोत्साहित किया/स्थापित किया, जहां महिलाओं की सशक्त उपस्थिति स्पष्ट दिखती है।
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