न्यूज़ डेस्क : मध्य प्रदेश के इंदौर शहर ने स्वच्छता के मामले में एक बार फिर सफलता के झंडे गाड़े हैं। इंदौर स्वच्छता सर्वे की पहली और दूसरे तीमाही में शीर्ष स्थान पर आया है। केंद्र सरकार ने मंगलवार को स्वच्छता सर्वे की पहली और दूसरी तीमाही की घोषणा की।
अप्रैल से जून के बीच पहली तिमाही में भोपाल दूसरे स्थान पर रहा , लेकिन दूसरी लीग में वह पिछड़ा गया है। एक से 10 लाख की आबादी वाले शहरों में इंदौर दोनों लीग में शीर्ष पर बना हुआ है। इंदौर के बाद गुजरात का राजकोट, महाराष्ट्र का नवी मुंबई, गुजरात का ही वडोदरा और भोपाल का स्थान है।
इंदौर की महापौर मालिनी गौड़ ने दोनों लीग में इंदौर के शीर्ष प आने के बाद ट्वीट कर बधाई दी। उन्होंने लिखा, बधाई व धन्यवाद इंदौर, स्वच्छता सर्वेक्षण के पहली व दूसरी तिमाही के परिणाम आ गए हैं, हमारा इंदौर फिर से नंबर 1 आया है। अब मुख्य परीक्षा की घड़ी भी आने वाली है, 4 से 31 जनवरी 2020 तक स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 चलेगा हमें उस सर्वेक्षण में भी प्रथम आना है और स्वच्छता का चौका लगाना है।
दिल्ली एनसीआर में स्वच्छता की स्थिति पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि स्वच्छता में एनसीआर दिल्ली से ज्यादा अच्छा काम कर रहा है। 10 लाख से कम जनसंख्या वाले साफ-सुथरे शहरों की सूची में झारखंड के जमशेदपुर को दोनो तिमाही में पहला स्थान मिला है।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने केंद्र के स्वच्छता सर्वेक्षण में दिल्ली की खराब रैंकिंग के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराया। केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में अन्य क्षेत्र स्वच्छता में दिल्ली से बेहतर काम कर रहे हैं।
वहीं स्वच्छता के मामले में कोलकाता सबसे खराब रहा। इस बार 4372 शहरों ने इस सर्वे में हिस्सा लिया था। सूची के मुताबिक, दूसरी तिमाही में वडोदरा चौथे स्थान पर, भोपाल पांचवें, अहमदाबाद छठे, नासिक सातवें, ग्रेटर मुंबई आठवें और यूपी के इलाहाबाद और लखनऊ क्रमश: नौवें और 10वें पायदान पर रहे।
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