अकादमी ने वार्षिक स्तर पर प्रति हवाई जहाज एक हजार से अधिक उड़ान घंटों का भी रिकॉर्ड बनाया
भारत की सबसे बड़ी उड़ान अकादमी, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी ने वर्ष 2021-22 में 19 हजार उड़ान घंटों का लक्ष्य पूरा कर लिया है। अकादमी ने वित्तवर्ष 2021-22 में कुल 19,110 उड़ान घंटे पूरे किये, जो 1986 में अकादमी की स्थापना के बाद से अब तक का अधिकतम आंकड़ा है। इसके पहले अधिकतम उड़ान घंटों का आंकड़ा वर्ष 2013-14 में 18,776 घंटों का था, जबकि उस समय बेड़े में 24 हवाई जहाज थे और आज केवल 18 हवाई जहाज मौजूद हैं।
वर्ष 2021-22 में प्रति वर्ष के हिसाब से अकादमी के हर हवाई जहाज ने 1062 घंटे की उड़ान भरी। यह अकादमी के इतिहास में पहली बार हुआ है कि अकादमी ने प्रति वर्ष, प्रति हवाई जहाज के एक हजार घंटे उड़ने का जादुई आंकड़ा पार कर लिया हो। पिछला अधिकतम रिकॉर्ड, यानी 2013-14 में वार्षिक हिसाब से प्रति हवाई जहाज के उड़ान भरने का आंकड़ा 782 घंटे था।
कोविड-19 की विकट परिस्थितियों के बावजूद वर्ष 2020-21 में अकादमी ने 13,282 उड़ान घंटे पूरे किये थे और अकादमी से 62 व्यावसायिक पायलट लाइसेंसधारी निकले थे। कोविड के पहले के समय से तुलना करते हुये देखें, तो उस समय अकादमी ने 14,830 घंटे पूरे किये थे और वहां से 67 व्यावसायिक पायलट लाइसेंसधारी निकले थे।
आशा की जाती है कि वर्ष 2022-23 में अकादमी 20 हजार उड़ान घंटे पूरे कर लेगी।
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