रिस्पॉन्सएबिलिटी ने भारत में ग्रीन लेंडिंग गतिविधियों का दायरा बढ़ाने के लिए इलेक्ट्रॉनिका फाइनेंस लिमिटेड के साथ भागीदारी की l निजी क्षेत्र की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी द्वारा जारी भारत के पहले लोकल करेंसी ग्रीन मसाला बॉन्ड्स की पेशकश l
नई दिल्ली, अप्रैल 2019- रिस्पॉन्सएबिलिटी-प्रबंधित क्लाइमेट फंड और भारतीय एनबीएफसी, इलेक्ट्रॉनिका फाइनेंस लिमिटेड (ईएफएल) ने ग्रीन मसाला बॉन्ड्स को जारी करने के लिए अनुबंध किया है। ईएफएल ने 10 मिलियन डॉलर के बराबर रूपी-डॉमिनेटेड सीनियर सिक्योर्ड बॉन्ड्स जारी किये हैं। यह फंड्स कार्बन-इंटेंसिव विनिर्माण क्षेत्र में परिचालन कर रही एसएमईज के लिए ईएफएल के ऊर्जा-दक्ष मशीनरी लेंडिंग पोर्टफोलियो को विस्तारित करने पर समर्पित हैं।
ईएफएल पुणे स्थित फाइनेंसर है जोकि भारत में विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्र में एसएमईज को अपनी सेवाएं दे रहा है। इस पूंजी का उपयोग मशीन टूल्स, प्लास्टिक एवं प्रिंटिंग व पैकेजिंग उद्योगों में उपकरणों के वित्त पोषण के लिए किया जाएगा। इन मशीनों के वित्त पोषण के लिए लोन ईएफएल के 180 मिलियन अमेरिकी डॉलर के सकल लोन पोर्टफोलियो को डॉमिनेट करते हैं।
भारत वर्ष 2005 से 2030 के बीच अपनी जीडीपी की एमिशन इंटेंसिटी को एक तिहाई घटाने के लिए प्रतिबद्ध है। भारतीय एसएमई सेक्टर विनिर्माण उद्योगों से फिलहाल देश के कुल ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 45 प्रतिशत का योगदान देता है। यह फंडिंग के अभाव और उचित तकनीकों की कमी से पीड़ित है। इसे देखते हुए, ग्रीनहाउस गैस को दूर करने के लिए उल्लेखनीय क्षमता नजर आती है।
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