भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (आईआरईडीए) ने कल “भारतीय संविधान, भारत की अवधारणा” विषय पर एक वेबिनार आयोजित करके संविधान दिवस मनाया। कंस्टीटूशन डे को “राष्ट्रीय कानून दिवस” या “संविधान दिवस” के रूप में भी जाना जाता है, यह देश में हर वर्ष 26 नवंबर को देश में संविधान के महत्व और भारतीय संविधान के जनक श्री बी.आर. अम्बेडकर की विचारधारा एवं अवधारणा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए मनाया जाता है।
इस वेबिनार का संचालन भोपाल (मध्य प्रदेश) यंगशाला के सदस्य श्री नितेश व्यास, स्कूल फॉर डेमोक्रेसी (लोकतंत्रशाला), राजस्थान में संवैधानिक मूल्यों के पूर्व फेलो द्वारा किया गया था। श्री व्यास ने भारतीय संविधान के संवैधानिक मूल्यों एवं बुनियादी सिद्धांतों के महत्व और वर्तमान समय में इसकी प्रासंगिकता पर बल दिया।
इरेडा मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने इरेडा के सभी कर्मचारियों को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने कहा कि संविधान दिवस मनाने की सच्ची भावना न्याय, स्वतंत्रता, समानता व बंधुत्व की दृष्टि से संविधान में निहित चार आदर्शों को आत्मसात करने तथा इन्हें लागू करने में निहित है। यदि हम अपने व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक जीवन में इन सिद्धांतों को लागू करने का प्रयास करना जारी रखते हैं और इस भावना के प्रति सच्चे मन से जुड़े रहते हैं, तो संविधान आने वाले समय में भारत के लिए भाग्य विधाता हो सकता है।
वेबिनार में निदेशक (तकनीकी) इरेडा और अन्य अधिकारियों ने वर्चुअली भाग लिया। वेबिनार के बाद भारतीय संविधान की प्रस्तावना पर शपथ दिलाई गई।
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