मुख्य बिंदु:
· भारतीय तटरक्षक ने बचाव अभियान के लिए स्वदेशी एएलएच एमके-III तैनात किया
· बेअदब समुद्र में वनक बाड़ा से चली, संकटग्रस्त नाव की मशीनरी खराब होने के कारण पावर संपर्क टूट गया
· भारतीय तटरक्षक ने राहत एवं बचाव कार्य बढ़ाने के लिए जामनगर में कर्मियों और उपकरणों को भी तैनात किया
भारतीय तटरक्षक ने 13 सितंबर 2021 की रात को वनक बाड़ा, दीव के समीप डूब रही नाव से सात मछुआरों को बचाया। दीव प्रशासन से संकट का आह्वान मिलने पर आईसीजी ने तुरंत प्रतिक्रिया की और पोरबंदर से स्वदेशी एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (एएलएच) एमके-3 को तैनात किया ताकि दीव में गहरे चढ़ाव व उतराव और खराब मौसम की स्थिति में बचाव अभियान चलाया जा सके। यह गुजरात के पोरबंदर से करीब 175 किलोमीटर की दूरी पर है।
तेज हवाओं और बारिश के बीच भारतीय तटरक्षक का हेलीकॉप्टर तेजी से संकटग्रस्त क्षेत्र में पहुंच गया। इस स्थान पर समुद्र में गहरे अंधेरे के कारण कठिनाई बढ़ गई, हालांकि, सभी सात चालक दल को दो बार में सुरक्षित बाहर लाया गया और हेलीकाप्टर द्वारा सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। वनक बाड़ा से नाव में मशीनरी खराब होने के कारण पावर टूट गया और नाव समुद्र के बीच संकट में फंस गई। सुरक्षित बाहर निकाले गए चालक दल को स्थानीय प्रशासन को सौंप दिया गया और सुरक्षित तथा स्वस्थ होने की सूचना दी गई।
इसके समानांतर, 13 सितंबर 2021 को आयुक्त जामनगर नगर निगम ने 300 किलोमीटर दूर, भारतीय तटरक्षक से बाढ़ जैसी अनुमानित स्थिति और भारी बारिश की चेतावनी के कारण जामनगर शहर में बचाव, राहत और पुनर्वास कार्य में सहायता के लिए जनशक्ति के साथ बचाव नौकाओं के लिए अनुरोध किया। भारतीय तटरक्षक ने वाडियानार से जामनगर के लिए राहत एवं बचाव कार्य बढ़ाने के लिए 6 जुड़वा हवा वाली नाव और आपदा राहत टीम भेजी जिसमें मेडिकल टीम सहित 35 कर्मी शामिल थे। स्थानीय प्रशासन द्वारा अनुमानित आवश्यकताओं के अनुसार भारतीय तटरक्षक डीआरटी को आवश्यक सहायता के लिए तैनात किया जा रहा है।
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