नई दिल्ली। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग इंडेक्स में भारत को 30वीं रैंक मिली है। इस सूची में चीन के अलावा भारत अन्य ब्रिक्स देशों ब्राजील, रूस और दक्षिण अफ्रीका से आगे है। इस लिस्ट में चीन को पांचवां स्थान मिला है, जबकि जापान पहले स्थान पर रहा। डब्ल्यूईएफ की रीडिनेस फॉर द फ्यूचर ऑफ प्रोडक्शन रिपोर्ट में यह रैंकिंग दी गई है।
ब्रिक्स देशों में चीन को छोड़ भारत ने सबको पछाड़ा
– रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिक्स देशों में चीन को 5वां, भारत को 30वां, रूस को 35वां, ब्राजील को 41वां और दक्षिण अफ्रीका को 45वां स्थान मिला है।
– टॉप-10 की सूची में जापान के बाद दक्षिण कोरिया, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, चीन, चेक रिपब्लिक, अमेरिका, स्वीडन, ऑस्ट्रियाऔर आयरलैंड के नाम हैं।
दुनिया का 5वां बड़ा मैन्युफैक्चरर है भारत
डब्ल्यूईएफ के अनुसार, भारत दुनिया का 5वां बड़ा मैन्युफैक्चरर देश है। रिपोर्ट में 100 देशों को कुल 4 श्रेणियों में रखा गया है। ये चार श्रेणियां लीडिंग, हाई पोटेंशियल, लीगैसी और नैसेंट हैं। भारत को लीगैसी श्रेणी में रखा गया है। इसमें भारत के साथ हंगरी, मैक्सिको, फिलीपींस, रूस, थाइलैंड और तुर्की शामिल हैं। चीन को लीडिंग कैटेगरी में और ब्राजील व दक्षिण अफ्रीका को चौथी कैटेगरी नैसेंट में रखा गया है।
4 कैटेगरी में 100 देश शामिल
– इस रिपोर्ट में कुल चार कैटेगरी में 100 देश शामिल रहे। चार कैटेगरी में लीडिंग, हाई पोटेंशियल, लीगैसी और नैसेंट शामिल हैं।
– लीडिंग मतलब जिन देशों का वर्तमान आधार मजबूत है और भविष्य के प्रति मुस्तैदी ज्यादा है।
– हाई पोटेंशियल में वे देश जिनमें वर्तमान आधार लिमिटेड है लेकिन भविष्य के लिए पोटेंशियल ज्यादा है।
– लीगैसी में वे देश जिनका वर्तमान आधार तो मजूबत है लेकिन भविष्य में रिस्क दिखता है। इस कैटेगरी में भारत को रखा गया है।
– वहीं, नैसेंट में वे देश शामिल हैं, जिनमें लिमिटेड वर्तमान आधार के साथ भविष्य में भी कम क्षमताएं दिखती हैं।
News Source :- www.jagran.com
Comments are closed.