न्यूज़ डेस्क : जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किए जाने के बाद भारत अब पाकिस्तान को घेरने के लिए नई योजना बना रहा है। मसूद के बाद अब पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट कराना चाहता है, जिसकी तैयारियों में भारत जुटा हुआ है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय मनी लॉन्ड्रिंग एंड टेरर फाइनेंस वॉचडॉग से पाकिस्तान को उन ब्लैकलिस्ट देशों की सूची में डालने के लिए कहेगा, जो वित्तीय अपराध रोकने में अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा नहीं कर पाते हैं। टेरर फंडिंग पर नजर रखने वाली वैश्विक संस्था फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने पहले ही पाकिस्तान को अपनी ‘ग्रे लिस्ट’ में रखा है।
इस लिस्ट में उन देशों को रखा जाता है जो मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग पर अंकुश लगाने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाते हैं। जेटली ने पत्रकारों से कहा, ‘हम चाहते हैं कि पाकिस्तान एफएटीएफ लिस्ट में नीचे हो। पेरिस स्थित एफएटीएफ की बैठक अगले कुछ दिनों बाद होनी है और भारत तब इसको लेकर अनुरोध करेगा।’ भारत की इस योजना के बार में पाकिस्तान को भी आभास हो चुका है, यही वजह है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पिछले महीने कहा था कि भारत चाहता है कि पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट किया जाए, जिसके बाद प्रतिबंध लग सकते हैं।
Comments are closed.