केंद्रीय सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने आज ‘कान नेक्स्ट’ में स्टार्टअप पिचिंग सत्र के प्रतिभागियों को संबोधित किया।
शुरुआत में डॉ मुरुगन ने ‘कान नेक्स्ट’ की इस उत्कृष्ट पहल के लिए आयोजकों की सराहना की, जिसने ऑडियो विजुअल प्रोडक्शन और फिल्म निर्माण के क्षेत्र में नवोदित प्रतिभाओं और स्टार्टअप्स को एक बहुत बड़ा मंच दिया है।
एक फिल्म निर्माण केंद्र के रूप में भारत के महत्व पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “भारत, जहां हर साल अलग-अलग भाषाओं में 2000 से ज्यादा फिल्मों का निर्माण किया जा रहा है, वो प्रतिभाशाली और रचनात्मक फिल्मकारों से भरा देश है और फिल्मों का सबसे बड़ा निर्माता है। 1.3 बिलियन की आबादी के साथ, ये दुनिया के सबसे बड़े और सबसे लाभप्रद फिल्म बाजारों में से एक प्रस्तुत करता है। भारत कथाकारों और फिल्मकारों की एक महान भूमि है और अब ये दुनिया के कंटेंट हब के रूप में भी उभर रहा है।”
उन्होंने आगे कहा कि स्मार्टफोन्स के सबसे बड़े निर्माताओं और उपभोक्ताओं में से एक होने के नाते, यहां फिल्में अब ओटीटी प्लेटफॉर्म और अन्य इंटरनेट आधारित मीडिया के जरिए हर व्यक्ति तक पहुंच रही हैं, और इस तरह हर वैयक्तिक फिल्मी दर्शक तक फ़िल्मों की सीधी पहुंच प्रदान होती हैं। उन्होंने कहा, “तकनीकी और सॉफ्टवेयर प्रतिभा के सबसे बड़े पूल्स में से एक भारत है, और उसके पास फिल्मों के इस आधुनिक कारोबार का आवश्यक कौशल और तकनीक खासकर फिल्म निर्माण के तकनीकी पहलुओं के क्षेत्र में मौजूद है।”
डॉ. मुरुगन ने दर्शकों को बताया कि “ऑडियो विजुअल वो क्षेत्र है जहां तकनीक का कला से मेल होता है। ब्लॉक चेन, डीप लर्निंग, एआई और वीआर जैसी नई प्रौद्योगिकियां फिल्म निर्माण क्षेत्र में हमेशा के लिए पैठ बना रही हैं। कॉन्टेंट ट्रांसलेशन, असरदार सब-टाइटलिंग – ये सब उन अवरोधों को तोड़ रहे हैं जो कभी भाषाओं की वजह से खड़े थे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा डिजिटल इंडिया और स्टार्ट अप इंडिया पर ध्यान देने की वजह से भारत आज दुनिया में सबसे जीवंत स्टार्ट अप इकोसिस्टम में से एक है। 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ, युवा तकनीक-दक्ष भारतीयों के नेतृत्व में ये मार्च मजबूती से आगे बढ़ रहा है।”
देश के नेतृत्व को धन्यवाद देते हुए डॉ. मुरुगन ने कहा कि ये हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर की वजह से है कि भारत ऑडियो विजुअल क्षेत्र पर एक चैंपियन क्षेत्र के रूप में दृढ़ता से ध्यान केंद्रित कर रहा है।
स्टार्ट-अप्स को प्रोत्साहित करते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि एनिमेशन, वर्चुअल रिएलिटी, गेमिंग, एक्सटेंडेड रियलिटी ऐसे क्षेत्र हैं जहां युवा स्टार्ट अप अपने ताज़ा आइडिया के साथ सामने आ सकते हैं।
मंत्री महोदय ने कहा, “हम हर कारोबार में बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी के दखल वाले युग में हैं, और फिल्ममेकिंग भी इसमें कोई अपवाद नहीं है। कारोबार का पुराना पारंपरिक तरीका लुप्त हो रहा है और नए ढांचे, मार्केटिंग का हाइपर लोकलाइजेशन, व्यक्तिगत प्राथमिकताएं और स्वाद, ये सब मूवी मेकिंग में बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी के प्रवेश में योगदान करते हैं।”
भारत के 5 स्टार्ट अप कान महोत्सव में आज़माइश कर रहे हैं, इस पर खुशी जताते हुए डॉ. मुरुगन ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि प्रोड्यूसरों, फाइनेंसरों और व्यवसाय उत्साहियों पर उनके आइडियाज़ असर डालेंगे, और उनके उत्पाद को व्यापक मंच दिलाएंगे। मुझे खुशी है कि वे “लोकल स्टेज से ग्लोबल स्टेज” की ओर बढ़ रहे हैं।
और कान फिल्म फेस्टिवल में ही उपलब्ध इस प्लेटफॉर्म से बेहतर भला और क्या हो सकता है।
‘कान नेक्स्ट‘ के बारे में
कान नेक्स्ट एक कार्यकारी सम्मेलन और इनोवेशन से संचालित बिज़नेस डिवेलपमेंट प्लेटफॉर्म है, जो मनोरंजन क्षेत्र के भविष्य में संभावनाएं तलाशता है। ये एक ऐसा अनूठा समागम है जो विश्व स्तरीय रचनात्मकता को अत्याधुनिक कारोबारी और तकनीकी इनोवेशन से जोड़कर साझेदारियों को बढ़ाता है और कारोबारी अवसरों को बढ़ावा देता है।
ये एक नया सेगमेंट है जो प्रेरणादायक सम्मेलनों, कीनोट भाषणों और पैनल चर्चाओं की एक विशेष रूप से तैयार श्रंखला के माध्यम से उच्च श्रेणी के दूरदर्शियों और निर्णयकर्ताओं से प्रेरित है। ताकि हमारे विभिन्न कार्यक्रमों में क्रिएटिव्ज़, क्लाइंट्स और टेक कंपनियों के साथ अपने नेटवर्क को विकसित किया जा सके।
उपरोक्त के साथ-साथ इसमें विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों की अधिकारियों और उद्यमियों के साथ नेटवर्किंग करना, स्टार्टअप पिचिंग सत्रों में भाग लेना और नए व्यावसायिक अवसरों का पता लगाना शामिल है।
ये वो स्टार्टअप लैब हैं जिन्हें कान 2022 में पेश किया जा रहा है ताकि ऑडियो विजुअल और फिल्म उद्योग से संबंधित अपने प्रोजेक्ट्स को प्रायोजित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय फंडिंग की तलाश कर रहे युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जा सके।
कान नेक्स्ट में आज इन पांच भारतीय स्टार्ट अप ने अपने आइडियाज़ सामने रखे:
1. पॉकेट एसेस पिक्चर्स प्रा. लि. (संस्थापक: अदिति श्रीवास्तव)
2. क्रूप एआई प्राइवेट लिमिटेड (संस्थापक: ज्योति जोशी)
3. वरबोलैब्स लैंग्वेजेज़ (ओपीसी) प्राइवेट लिमिटेड (संस्थापक: पृथ्वी जैन)
4. रूट्स वीडियो (संस्थापक: जयराजन राजशेखरन नायर)
5. गैमिट्रोनिक्स (संस्थापक: रजत ओझा)
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