दूरसंचार सचिव श्री के. राजारमन ने भरोसेमंद विनिर्माण आधार और विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखला के विकास की दिशा में कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया
बिजली, बीमा, वित्त, सीईआरटी-इन एवं सीएसआईआरटी, उद्योग, शिक्षा तथा दूरसंचार क्षेत्र जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों से 400 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया
दूरसंचार विभाग (डॉट) और अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) ने भारत-आईटीयू संयुक्त साइबरड्रिल 2021 की शुरुआत की है। यह साइबरड्रिल भारतीय संस्थाओं विशेषकर क्रिटिकल नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर ऑपरेटरों के लिए महत्वपूर्ण है। यह 30 नवंबर से शुरू होकर 3 दिसंबर 2021 तक चलने वाला चार दिवसीय वर्चुअल कार्यक्रम है।
इसके उद्घाटन सत्र में आईटीयू, संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ड्रग्स एंड क्राइम (यूएनओडीसी), इंटरपोल, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (एनएससीएस), भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी-इन) और अन्य प्रतिष्ठित संगठनों के कई उच्च स्तरीय वक्ताओं, पैनलिस्ट तथा विशेषज्ञों ने भाग लिया। अपने उद्घाटन भाषण में डॉट की विशेष सचिव सुश्री अनीता प्रवीण ने भारत में विस्तृत नेटवर्क को देखते हुए सुरक्षित एवं मजबूत साइबरस्पेस की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा एक सामूहिक जिम्मेदारी है और यह सभी हितधारकों- सरकार, साइबर सुरक्षा समुदाय तथा व्यवसायियों को एक लचीला साइबर वातावरण बनाने में हिस्सेदारी करने का आह्वान करती है।
डिजिटल संचार आयोग के अध्यक्ष और डॉट के सचिव श्री के. राजारमन ने विशेषज्ञों को संबोधित किया। अपने उद्घाटन भाषण के दौरान, उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘सिडनी डायलॉग’ के दौरान कहे गए संदेश को दोहराया। भारत में हो रहे महत्वपूर्ण परिवर्तनों का उल्लेख करते हुए, उन्होंने भरोसेमंद विनिर्माण आधार और विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखलाओं के विकास के साथ-साथ साइबर सुरक्षा पर खुफिया जानकारी एवं परिचालन सहयोग को मजबूत करने तथा महत्वपूर्ण सूचना बुनियादी ढांचे को सुरक्षित बनाने की दिशा में कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया।
आईटीयू क्षेत्रीय कार्यालय, एशिया और प्रशांत क्षेत्र की निदेशक सुश्री अत्सुको ओकुडा ने आईटीयू ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी इंडेक्स (जीसीआई) में 10वीं रैंक हासिल करने में भारत की महत्वपूर्ण उपलब्धि को उजागर किया। पैनलिस्ट और संगठनों, उद्योग एवं एजेंसियों के विशेषज्ञों ने सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों पर प्रस्तुति दी और भारत के साथ-साथ दुनिया भर में साइबर सुरक्षा की नीतिगत पहलों पर प्रकाश डाला।
400 से अधिक प्रतिभागियों ने महत्वपूर्ण क्षेत्रों यानि कि बिजली, बीमा, वित्त, सीईआरटी-इन एवं सीएसआईआरटी, उद्योग, शिक्षा, दूरसंचार सेवा प्रदाताओं और डॉट की क्षेत्रीय इकाइयों से इस कार्यक्रम में भाग लिया।
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