नई दिल्ली : लगातार हो रहे सीमा विवाद को देखते हुए आज केंद्र सरकार ने 2007 से रुकी पड़ी स्टील्थ सबमरीन प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी l इस प्रोजेक्ट का नाम ‘प्रोजेक्ट-75 ‘ रखा गया है l सरकार अपनी समुंद्री सीमा को भी और सुरक्षित करने के लिए इसका निर्णय लिया है l इस प्रोजेक्ट पर सरकार 70 हजार करोड़ की लगत से स्टील्थ सबमरीन प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है l
सरकार ने 10 साल बाद इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी है l इसका मुख्य उद्देश भारत को समुन्द्र मे मजबूत करना और अपनी नेवी की ताकत को बढ़ाना भी है l इस प्रोजेक्ट के तहत भारत अगली पीढ़ी के स्वदेशी पनडुब्बी का निर्माण करेगा l साथ ही कुछ और नई तकनित का विकाश करना भी होगा l यह अभी तक का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है और इस को मदर ऑफ़ आल अंडरवाटर डील कहा जा रहा है l
भारत के पास अभी वर्तमान मे 2 न्यूक्लियर सबमरीन है और भारत इनको अब और आधुनिक बनाने के साथ-साथ कुछ और नई तकनीक से लैस न्यूक्लियर सबमरीनबनाना चाहता है l साथ ही सभी पनडुब्बीयों को अपग्रेड भी किया जा रहा है l सरकार की इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी से साफ़ समझ आता है की सरकार अपनी सुरक्षा को ले कर बहुत ही सतर्क है l
Comments are closed.