भारत और कनाडा द्विपक्षीय व्यापार संभावनाओं के पूर्ण दोहन के लिए फिर से व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (सीईपीए) वार्ता प्रारंभ करेंगे
भारत-कनाडा वस्तु और सेवा क्षेत्र में व्यापार प्रोत्साहन के लिए अंतरिम समझौता या प्रारंभिक प्रगति व्यापार समझौता (ईपीटीए) पर विचार करेंगे
भारत-कनाडा ने विभिन्न क्षेत्रों में अर्थव्यवस्थाओं के एकीकरण के उपायों पर चर्चा की
भारत और कनाडा ने आज व्यापार और निवेश पर मंत्री स्तरीय बैठक (एमडीटीआई) की। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता कार्य तथा खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल और कनाडा की लघु व्यवसाय, निर्यात संवर्धन तथा अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री सुश्री मैरी एनजी ने बैठक की संयुक्त रूप से अध्यक्षता की।
दोनों देशों के मंत्री भारत-कनाडा व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (सीएपीए) के लिए फिर से बातचीत शुरू करने तथा प्रारंभिक प्रगति व्यापार समझौता (ईपीटीए) पर विचार करने के लिए औपचारिक रूप से सहमत हुए। दोनों मंत्रियों ने भारत और कनाडा के बीच वर्तमान व्यापार की चर्चा की और इस बात पर बल दिया कि विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार संभावनाओं को बढ़ाने से वस्तु और सेवा क्षेत्र में द्विपक्षीय व्यापार के विस्तार में मदद मिलेगी। अंतरिम समझौते में वस्तु, सेवा, स्रोत नियम, सैनिटरी तथा फाइटोसैनिटरी उपायों, व्यापार की तकनीकी बाधाओं तथा विवाद समाधान शामिल किया जाएगा और यह समझौता पारस्परिक रूप से सहमत अन्य क्षेत्रों को भी कवर करेगा।
बैठक में अन्य द्विपक्षीय व्यापार और निवेश के विषयों पर चर्चा की गई। दोनों देश दालों में कीट जोखिम प्रबंधन तथा स्वीटकॉर्न, बेबीकॉर्न और केला जैसे भारतीय कृषि उत्पादों के लिए बाजार पहुंच में कनाडा की प्रणाली दृष्टिकोण के मान्यता के मामले में तेजी से काम करने पर सहमति व्यक्त की। कनाडा भारतीय जैविक उत्पाद निर्यातों की सहायता के लिए कृषि तथा प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) को अनुरूपता सत्यापन संस्था (सीवीबी) का दर्जा देने के बारे में तेजी से काम करने पर भी सहमत हुआ।
दोनों देशों के मंत्रियों ने महत्वपूर्ण क्षेत्रों में लचीला सप्लाई चैन स्थापित करने के महत्व को स्वीकार किया और इस क्षेत्र में सहयोग पर विचारों का आदान-प्रदान किया। दोनों मंत्रियों ने पर्यटन, शहरी अवसंरचना, नवीकरणीय ऊर्जा तथा खनन क्षेत्र के साथ-साथ फार्मास्युटिकल्स तथा क्रीटिकल और रेयर अर्थ खनिजों जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर बल दिया। दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय आर्थिक साझेदारी बढाने में पेशेवर लोगों, कुशल श्रमिकों, विद्यार्थियों तथा व्यवसाय भ्रमण सहित दोनों देशों की जनता के बीच मजबूत संबंधों की भी चर्चा की।
दोनों मंत्री संपर्क बनाने में स्थायी तेजी प्रदान करने तथा भारत और कनाडा के बीच व्यापार और निवेश की क्षमताओं का पूर्ण रूप से दोहन करने के लिए सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने में घनिष्टतापूर्वक कार्य करने पर सहमति व्यक्त की।
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