आयकर विभाग ने 03.12.2021 को आवासीय एवं वाणिज्यिक परिसरों के निर्माण, भूमि संबंधी लेनदेन के साथ-साथ रियल एस्टेट वित्तपोषण के व्यवसाय में लगे सूरत के एक प्रमुख समूह पर तलाशी एवं जब्ती कार्रवाई की। इस तलाशी कार्रवाई में सूरत तथा मुंबई के 40 से अधिक परिसरों को शामिल किया गया।
तलाशी कार्रवाई के दौरान, समूह की कंपनियों के मामले में बही-खाते की समानांतर सेट सहित विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेजी और डिजिटल साक्ष्य मिले हैं, जिन्हें जब्त किया गया है।समूह की कुछ कंपनियों के लेन-देन को जटिल कोडके रूप में रखा गया था, किंतु कार्रवाईदस्ते द्वारा सफलतापूर्वक डिकोड किया गया। इन साक्ष्यों के प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि फ्लैट/भूमि की बिक्री पर 300 करोड़रुपये से अधिक की बेहिसाब नकद प्राप्ति की गई,जिसे नियमित बही-खाते में दर्ज नहीं पाया गया। हिस्सेदारों द्वारा बेहिसाब नकदी डालने, नकद भुगतान द्वारा फर्जी आवास ऋण की प्रवृष्टितथाबिना विवरण के नकद व्यय आदि के साक्ष्य भी पाए गए हैं। इसके अलावा, बही-खाते की गहन जांच तथा तलाशी कार्रवाई के दौरान जब्त किए गए साक्ष्यों से अचल संपत्ति में बिना विवरण 200 करोड़रुपये से अधिक निवेश और 100 करोड़ रुपये से अधिक ऋण वित्तपोषण कापता चलता है।
तलाशी कार्रवाई में 4 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी तथा3 करोड़ रुपये मूल्य के आभूषणों को जब्त किया गया है, जबकि एक दर्जन से अधिक बैंक लॉकरों पर रोक लगा दी गई है। तलाशी कार्रवाई से कुल मिलाकर 650 करोड़ रुपये की अनुमानित अघोषित प्राप्तियों और संदिग्ध प्रकृति कीप्रविष्टियों का पता चला है।
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