आयकर विभाग ने 18 नवंबर,2021 को रसायनों के निर्माण और अचल संपत्ति के विकास में लगे एक प्रमुख समूह के परिसरों में तलाशी और जब्ती अभियान चलाया है। इस तलाशी अभियान में गुजरात के वापी और सरिगम, सिलवासा और मुंबई में फैले 20 से अधिक परिसरों की जांच की गई।
समूह द्वारा अर्जित की गई बड़ी बेहिसाब आय और संपत्ति में उसके निवेश को दर्शाने वाले दस्तावेजों, डायरी और डिजिटल डेटा के रूप में बड़ी संख्या में आपत्तिजनक साक्ष्य पाए गए हैं और उन्हें जब्त कर लिया गया है। मिले साक्ष्य स्पष्ट रूप से विभिन्न तरीकों को अपनाकर कर योग्य आय की चोरी का संकेत देते हैं जैसे कि उत्पादन कम दिखाया जाना, खरीद को बढ़ाने के लिए माल की वास्तविक डिलीवरी के बिना फर्जी खरीद चालान का उपयोग, फर्जी माल एवं सेवा कर (जीएसटी) ऋण का लाभ लेना, फर्जी कमीशन खर्च का दावा करना इत्यादि। इस समूह को अचल संपत्ति लेनदेन में भी धन प्राप्त हुआ है। इन सभी के परिणामस्वरूप बेहिसाब नकदी उत्पन्न हुई है। तलाशी की कार्यवाही के दौरान, अचल संपत्तियों में निवेश में नकद लेनदेन और नकद ऋण के बारे में कई आपत्तिजनक सबूत भी जब्त किए गए हैं।
तलाशी अभियान में करीब 2.5 करोड़ रुपये की बिना हिसाब किताब वाली नकदी और एक करोड़ रूपये मूल्य के आभूषण भी बरामद हुए हैं।16 बैंक लॉकरों पर रोक लगा दी गई है।
तलाशी के दौरान मिले दस्तावेजों/साक्ष्यों के प्रारंभिक विश्लेषण से संकेत मिलता है कि अघोषित आय का अनुमान 100 करोड़ रुपये से भी अधिक होने की संभावना है।
इस मामले में आगे की जांच प्रगति पर है।
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