तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था में बढ़ोतरी

A dog squad conducted a thorough security check of the NIA building shortly after Rana’s arrival on Thursday evening.(HT Photo/Sanchit Khanna)

26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण के मद्देनजर, दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को उच्चतम स्तर पर बढ़ा दिया गया है। राणा की भारत वापसी के दौरान राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उनकी सुरक्षा और पूछताछ के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं।

A strong deployment of Delhi Police and CRPF personnel was seen outside the NIA headquarters at the CGO complex to prevent any disruptions.(HT Photo/Sanjeev Verma)

दिल्ली हवाई अड्डे पर सुरक्षा इंतजाम

पलाम तकनीकी क्षेत्र में जहां राणा का विमान उतरा, वहां भारी सुरक्षा बल तैनात थे। 10 से अधिक SWAT कमांडो, बुलेटप्रूफ वाहन और सुरक्षा घेरे के बीच राणा को NIA मुख्यालय ले जाया गया। हवाई अड्डे के आसपास के क्षेत्रों में दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों की तैनाती सुनिश्चित की गई थी।

Roads around the NIA headquarters were empty and sealed off, with vehicle movement halted. TV reporters broadcasted live amid tight security, even as it was a holiday for Mahavir Jayanti.(HT Photo/Sanchit Khanna)

Main roads near the NIA office were shut to vehicles, and Gate No. 2 of the nearby Jawaharlal Nehru Stadium metro station was also sealed off.(HT Photo/Sanjeev Verma)

NIA मुख्यालय पर सुरक्षा कड़ी

NIA मुख्यालय के आस-पास के क्षेत्रों में सड़कों को अवरुद्ध किया गया था, और केवल अधिकृत व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति थी। सुरक्षा के मद्देनजर, जवाहरलाल नेहरू मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 2 को बंद कर दिया गया था, और सीजीओ परिसर में सार्वजनिक आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया गया था।

The NIA managed Tahawwur Rana’s extradition after prolonged diplomatic and legal pursuit, finally succeeding after his final appeal to stop the process in the US was rejected.(HT Photo/Sanjeev Verma)

प्रत्यर्पण प्रक्रिया और कानूनी पहलू

तहव्वुर राणा की प्रत्यर्पण प्रक्रिया जनवरी 2025 में तेज हुई थी, जब अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने उनके प्रत्यर्पण के खिलाफ दायर अंतिम याचिका को खारिज कर दिया था। राणा पर आरोप है कि उन्होंने 2008 के मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड डेविड कोलमैन हेडली की सहायता की थी। उन पर लश्कर-ए-तैयबा और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के साथ मिलकर भारत में आतंकवादी गतिविधियों की साजिश रचने का आरोप है।

As soon as legal procedures were completed, an NIA team at the airport took Rana into custody upon his exit from the aircraft.(HT Photo/Sanchit Khanna)

सरकारी प्रतिक्रिया

गृह मंत्री अमित शाह ने राणा के प्रत्यर्पण को मोदी सरकार की कूटनीतिक सफलता करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि हम अपनी धरती पर आतंकवाद फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।

तहव्वुर राणा की भारत वापसी और उसके बाद की सुरक्षा व्यवस्थाएं, देश की आतंकवाद विरोधी रणनीतियों की सफलता और प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।

Rana’s extradition was confirmed during PM Modi’s February visit to Washington. The 2008 Mumbai attacks killed 166 people, including citizens from the US, UK, and Israel, and injured 238.(HT Photo/Sanchit Khanna)

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