नई दिल्ली । आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री मॉरिस ऑब्सफेल्ड ने बताया कि अब भी समय है जब अमेरिका और चीन के बीच जारी ट्रेड वार को रोका जा सकता है। उनका कहना है कि बहुपक्षीय वार्ता के माध्यम से इसे रोका जा सकता है।
वाशिंगटन में आईएमएफ और विश्व बैंक के स्प्रिंग मीट (वसंत बैठक) शुरू होने से पहले एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए, ऑब्सफेल्ड ने कहा कि यह घोषणा करना फिलहाल जल्दबाजी होगी कि एक ट्रेड वार जारी है क्योंकि टैरिफ अभी तक सक्रिय नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में दोनों देशों ने एक दूसरे को कुछ चेतावनियां दी हैं, हालांकि यह सांकेतिक युद्ध से ज्यादा नहीं है।
ऑब्सफेल्ड ने कहा, “देशों के पास अब भी गुंजाइश है। मेरा मानना है कि किसी भी विवाद से बचने के लिए, विवाद समाधान तंत्र के सेट का लाभ उठाने के लिए अधिक बहुपक्षीय चर्चाओं में शामिल होने के लिए अभी समय है।”
ट्रेड वार से होगा अर्थव्यवस्था को नुकसान: हालांकि, आईएमएफ ने व्यापार प्रतिबंधों और इन प्रतिबंधों के संभावित प्रभावों के बारे में अपनी चिंताओं को भी व्यक्त किया, जो कि समय से पहले विकास की रफ्तार को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
गौरतलब है कि पिछले महीने अमेरिका ने चीन के स्टील उत्पादों पर 25 फीसद और एल्युमिनियम उत्पादों पर 10 फीसद का टैरिफ लगा दिया था। उसके जवाब में चीन ने भी काफी सारे उत्पादों पर टैरिफ लगा दिया था। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच ट्रेड वार जैसी स्थिति बनती दिख रही है।
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