मैने नोटबंदी का समर्थन नहीं किया : रघुराम रमन

नई दिल्ली: देश में सभी जगह नोटबंदी की आलोचनाओं के बीच आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम रमन ने पद छोडने के एक साल बाद नोटबंदी पर अपनी चुपी तोड़ी l राजन ने अपनी किताब ‘आई डू व्हाट आई डू’ के जरिये यह स्पस्ट किया की उन्होनें नोटबंदी का समर्थन नहीं किया था l उनका मानना था की इस फैसले से अल्पकाल में होने वाले नुकसान लम्बी अवधि में इससे होने वाले फ़ायदा पर भारी पड़ेगा l

राजन ने साफ़ किया की इनके कार्यकाल के दौरान कभी भी RBI से नोटबंदी पर फैसला लेने को नहीं कहा गया l इस के साथ ही यह साफ हो गया की नोटबंदी की चौकनी वाली घटना के के माह पहले ही बडे नोट को हटाने की प्रक्रिया शुरु हो गई थी l राजन की यह किताब उनके कार्यकाल की विभिन मुद्दों पर दिए गए भाषण का संग्रह है l 

राजन ने कहा की वो एक साल तक भारत से जुडे विषयों पर नहीं बोले क्योकिं वो अपने उतराधिकारी को जनता के साथ अपने प्रारंभिक संवाद में दखल नहीं देना चाहते थे l उन्होनें यह भी कहा की सरकार ने फ़रवरी 2016 में नोटबंदी पर उनसे राय मांगी थी और उन्होने मौखिक रूप में अपनी राय बता दी थी l राजन अभी शिकागो यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र पढ़ा रहे है l  

राजन के अनुसार सरकार ने उनके असहमति के बाद भी उनको नोट तैयार कारणों को कहा और RBI ने नोट तैयार कर सौप दिया l साथ ही RBI ने सरकार को नोटबंदी से पडने वाले प्रभावों के बारे मे बताया था l साथ ही सरकार को नोटबंदी जीन उदेश्यों को पूरा करने के लिए किया गया उसका वैकल्पिक रास्ता भी बताई थी l साथ ही बिना तैयारी नोटबंदी से होने वाले नतीजों पर भी आगाह कर दिया था l 

  

 

 

 

 

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