मैं अंडरडॉग कहानियों से आकर्षित हो रहा हूं! रणवीर सिंह 

यह कहना गलत नहीं होगा कि रणवीर सिंह बॉलीवुड में एक किंवदन्ती बन गए हैं।  बॉलीवुड के सबसे कम उम्र के सुपरस्टार और पद्मावत के रूप में अपने क्रेडिट में 300 करोड़ से अधिककी ब्लॉकबस्टर दर्ज करने वाले पहले युवा स्टार हैं।

 

एक फिल्मी दुनिया के बाहर का व्यक्ति जिसने केवल आठ वर्षों में बॉलीवुड में कमाल कर दिया है, चाहे बात फिल्मों में उनकी पसंदकी हो या उनके अनोखे मगर त्रुटिहीन फैशन की, इस प्रतिभाशाली अभिनेता ने लेबल और स्टीरियोटाइप को ठेंगा दिखाया है।

उनके वर्तमान प्रोजेक्ट निश्चित रूप से हमें आश्चर्यचकित कर रहे हैं कि क्या वे अंडरडॉग कहानियों को प्राथमिकता दे रहे हैं।  गली बॉय में उन्होंने मुराद के शानदार अभिनय के ज़रिएमुंबई की सड़कों की आवाज़ बुलंद की। वे उन असंतुष्ट युवाओं की वास्तविकता को प्रकाश में लाए, जो मुंह में चांदी का चम्मच लेकर पैदा नहीं हुए और जिन्हें अपनी पहचान पाने के लिए,अपने जुनून का पीछा करने के लिए हर दिन लड़ना पड़ता है। गली बॉय में, उन्होंने भारत में गुमनाम रैप संगीत सीन को सेलिब्रेट किया जो सिस्टम के खिलाफ अपनी आवाज उठा रहे हैं।

अपनी अगली फिल्म, कबीर खान की 83 में, रणवीर फिर से अंडरडॉग्स को सेलिब्रेट कर रहे हैं। 1983 विश्व कप की भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी कपिल देव ने की थी और इसेक्रिकेट विश्व कप जीतने वाली उन टीमों में से एक माना जाता है जिनकी जीतने का संभावना सबसे कम थी। रणवीर ने इस असली स्पोर्ट्स ड्रामा में कपिल देव का किरदार निभाया है,जिसमें दिखाया जाएगा कि कैसे भारतीय टीम, जिस पर कोई विश्वास नहीं करता था, उसने वेस्टइंडीज को हराकर देश को गौरवान्वित किया था।

रणवीर ने एक नया, सकारात्मक, प्रगतिशील उद्यम – इंक इंक, एक जुनूनी परियोजना शुरू की है, जो देश भर के अनदेखे कलाकारों के पोषण और निर्माण के लिए समर्पित एक स्वतंत्रसंगीत लेबल है। रणवीर, एक सेल्फ-मेड बाहरी व्यक्ति जिसने भारतीय सिनेमा में एक मानदंड स्थापित किया है, का लक्ष्य उन प्रतिभाशाली कलाकारों को जीवन बदलने की संभावनादेना है जो उन्हीं की तरह बाहरी व्यक्ति हैं।

मुझे लगता है कि कुछ तो मैं इन को इसलिए भी आकर्षित कर रहा हूं क्योंकि असली जीवन में भी मैं भी अंडरडॉग हूं। मैं तो एक बाहरी व्यक्ति हूं, जो बस ऐसे ही आ गया हूं। मैं सिर्फ एकआम इंसान था, जिसका ऐसा कोई मजबूत फिल्मी कनेक्शन नहीं था जो मुझे किसी तरह के जॉब की गारंटी दे सकता।

 

 मेरा फिल्म उद्योग में आना एक अप्रत्याशित घटना थी और मैंखुद को बेहद भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे एक ऐसी शुरुआत मिली जो इतनी बड़ी हिट बन गई। इसलिए मेरी यात्रा, एक आर्टिस्ट के रूप में, परफॉर्मर के रूप में या एक स्टार के रूप मेंएक अंडरडॉग की यात्रा ही रही है।”, रणवीर कहते हैं।

मैं हमेशा उन कहानियों से आकर्षित होता हूं जो प्रेरित करती हैं और हर बार ऐसी कहानियां बेहद शक्तिशाली जिंदगियों की कहानियाँ होती हैं। यह सच है कि मैं भी इस तरह की स्क्रिप्ट्सको आकर्षित करता हूं। कहीं ना कहीं मैं भी वो वाईब्स यूनिवर्स में डाल रहा हूं।

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