न्यूज़ डेस्क : महाकुंभ के आयोजन से ठीक पहले हरिपुर कलां स्थित एक आश्रम में 32 कोरोना संक्रमित श्रद्धालु मिलने से हरिद्वार में हड़कंप मच गया। मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने आश्रम को सील कर दिया है। संक्रमितों में आश्रम के कर्मचारी, विद्यार्थी और वृद्ध शामिल हैं। आशंका जताई जा रही है कि किसी श्रद्धालु के संपर्क में आने से सभी लोग संक्रमित हुए। फिलहाल संक्रमितों को आश्रम के विद्यालय में आइसोलेट किया गया है।
हरिद्वार में एक अप्रैल से महाकुंभ मेला शुरू होने जा रहा है। लेकिन कुंभ क्षेत्र में आठ महीने बाद एक बार फिर कोरोना संक्रमण ने बड़ी दस्तक दी है। बीते साल जुलाई और अगस्त माह में औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल में कई फैक्टरियों में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मिले थे। एक नामी कंपनी में तो 250 से अधिक कोरोना संक्रमित मिले थे। अब महाकुंभ से ठीक पहले इतनी बड़ी संख्या में संक्रमित मिलने से मेला प्रशासन, जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग भी सकते में हैं।
हालांकि फिलहाल आश्रम को सील कर दिया है। वहीं आश्रम के अन्य कर्मचारियों की आरटीपीसीआर कोविड जांच की जा रही है। सीएमओ डा. एसके झा ने बताया कि देहरादून प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के स्तर पर संक्रमण नियंत्रण के लिए कार्रवाई की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों को चिन्हित कर सूची तैयार कर रहा है। अगर संपर्क में आए लोगों में हरिद्वार के निवासी भी शामिल होंगे तो उनकी आरटीपीसीआर कोविड जांच की जाएगी।
स्थानीय स्तर पर टीकाकरण केंद्र बनाने की मांग
हरिपुर कलां की ग्राम प्रधान गीतांजलि जखमोला ने बताया कि उनके ग्राम सभा क्षेत्र में श्रद्धालुओं को आगमन अधिक रहता है। इसलिए यहां कोविड संक्रमण के फैलने का खतरा सबसे अधिक है। उन्होंने बताया कि इसके बावजूद क्षेत्र में कोविड टीकाकरण केंद्र नहीं बनाया गया है। वृद्ध लोगों को टीकाकरण के लिए रायवाला के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। ग्राम प्रधान ने बताया कि उन्होंने जिला प्रशासन को ग्राम सभा में कोविड टीकाकरण बनाने के लिए ज्ञापन सौंपा है।
कुंभ मेले में गाइडलाइन का पालन अनिवार्य : गुंज्याल
कुंभ मेले में श्रद्धालुओं समेत सभी को एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) का सख्ती से पालन करना होगा। एसओपी के हिसाब से बॉर्डर पर पुलिस फोर्स की ड्यूटी लगा दी गई है। यहां श्रद्धालुओं और हर आने वाले लोगों की चेकिंग की जाएगी।
आईजी कुंभ संजय गुज्याल के अनुसार बिना कोराेना जांच प्रमाणपत्र के बार्डर पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए जांच सुविधा रहेगी। जांच के दौरान उनके मोबाइल नंबर लिए जाएंगे। अगर कोई पॉजिटिव आता है तो पुलिस की सर्विलांस टीम उसको फॉलो करेगी।
उन्होंने कहा कि कई ऐसे स्थानीय लोग हैं जो रोजाना अप डाउन करते हैं। उनको थोड़ा छूट दे सकते हैं। क्योंकि वह कुंभ मेला क्षेत्र से बाहर वाले हैं। महाकुंभ मेले में बहुत बड़ी भीड़ होती है।
इसलिए भीड़ को यू-टर्न कराने के बजाए पहले उनको जागरूक किया जाएगा। सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन कराने के लिए अर्द्धसैनिक बलों को ड्यूटी पर भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि एसओपी व कोरोना संक्रमण से बचाव की गाइडलाइन का पालन करना सभी के लिए अनिवार्य है।
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