पंचकूला। गुरमीत राम रहीम 25 अगस्त को सिरसा के डेरा सच्चा सौदा से पंचकूला पूरी तैयारी से रवाना हुआ था। उसने और उसके समर्थकों ने पहले ही सारी साजिश रच ली थी। गुरमीत के काफिले के रवाना हाेने से पहले ही सिरसा डेरे में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए गए थे। यह अब तक बंद हैं। गुरमीत क काफिले की गाडियों में काफी संख्या में हथियार और पेट्राेल बम रखे थे। यहां तक की मशीनगन भी रखे हुए थे।
यह खुलासा पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट में किया गया है। पुलिस की चार्जशीट के साथ डेरे के कुछ लेटरपेड पर जबाव भी लगाए गए हैं, जिसमें स्पष्ट तौर पर लिखा गया है कि डेरे में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज हार्ड डिस्क के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। क्योंकि, वह कोर्ट कमिश्नर की तरफ से सील की गई है, लेकिन डेरे के सभी कैमरे 25 अगस्त से बंद हैं। 25 अगस्त को डेरा प्रमुख के काफिले में लगभग 200 गाडिय़ां थी, जिसमें काफी तादाद में हथियार, पेट्रोल से भरे डिब्बे, मशीनगन इत्यादि था।
काफिले में पंचकूला आए थे पेट्रोल बम और हथियार, कैमरों की हार्ड डिस्क डैमेज करने की हुई थी कोशिश
चार्जशीट और डिसक्लोजर रिपोर्ट क अनुसार, पंचकूला में हिंसा के लिए जा रहा सामान सीसीटीवी कैमरों में कैद न हो जाए, इसलिए उन्हें बंद कर दिया गया था। सूत्र बताते हैं कि सीसीटीवी की हार्डडिस्क को भी डैमेज करने की कोशिश की गई थी, ताकि 17 अगस्त को डेरे में कौन-कौन लोग मौजूद थे, उसका खुलासा न हो सके।
हिंसा और देशद्रोह की एफआइआर नंबर 345 में कुछ आरोपियों से डेरा सच्चा सौदा सिरसा की प्रबंधन समिति ने पल्ला झाड़ लिया है। डेरे में इनका कोई रिकॉर्ड ही नहीं है, जबकि ये लोग डेरे में कई साल से सक्रिय भूमिका में थे। हिंसा में शामिल आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए पंचकूला पुलिस ने नोटिस देकर उनका रिकॉर्ड उपलब्ध करवाने को कहा था।
इनमें से कुछ आरोपियों के बारे में लेटरपेड पर लिखित तौर पर रिकॉर्ड होने से डेरा सच्चा सौदा ने इन्कार कर दिया है। ऐसे में आने वाले समय में इन आरोपियों की मुसीबत बढ़ सकती है, क्योंकि शुरू से ही ये लोग स्वयं को डेरे की 45 और 25 मेंबरी कमेटी का सदस्य बता रहे थे। 25 अगस्त को पंचकूला में डेरा प्रमुख की होने वाली पेशी के लिए पुलिस और प्रशासन से भी यही लोग को बातचीत कर रहे थे।
इनका नहीं रिकॉर्ड
डेरा सच्चा सौदा ने सुखदीप कौर के बारे में बताया है कि वह कांप्लेक्स में परिवार सहित रहती है। डेरा की नियमित सेवादार है, परंतु उसका कोई रिकॉर्ड डेरे के पास नहीं है। सुखदीप कौर को हनीप्रीत के साथ गिरफ्तार किया गया था। सीपी अरोड़ा भी परिवार सहित डेरा में रहता है, लेकिन उसका भी रिकॉर्ड नहीं है। रणधीर सिंह वकील का कोई रिकॉर्ड डेरे के पास नहीं है। ढकोली निवासी चमकौर सिंह का भी कोई रिकॉर्ड डेरे के पास उपलब्ध नहीं है। वह खुद के पंचकूला 25 मेंबरी कमेटी का प्रमुख होने का दावा करता था। अर्श अरोड़ा आइटी विंग का काम देखते थे, लेकिन उसका भी रिकॉर्ड गायब है।
इनका नहीं बनाया जाता कभी रिकॉर्ड
पुलिस ने डेरे को कई नामों की सूची दी गई थी, जिसमें दलवीर निवासी बवानीखेड़ा भिवानी, ओमपाल निवासी पिल्लूखेड़ा जींद, विजय, राजेंद्र, राम सिंह, जसवीर सिंह, प्रदीप गोयल निवासी उदयपुर राजस्थान, महेंद्र इंसा, गोपाल कृष्ण के बारे में जानकारी मांगी थी। इसके जवाब में डेरे की ओर से कहा गया है कि ये लोग डेरे के नियमित सेवादार तो थे, लेकिन इनका न तो कोई रिकॉर्ड है और न ही डेरे द्वारा रिकार्ड बनाया जाता है।
इन्हें जानता है डेरा
दान सिंह शाह सतनाम जी एजुकेशन एवं वेलफेयर सोसायटी का मेंबर है। नवीन नागपाल उर्फ गोभी डेरा सच्चा सौदा का वाइस चेयरमैन है। राकेश कुमार, दिलावर सिंह सेंट एमएसजी ग्लोरियस इंटरनेशनल स्कूल में एडमिनिस्टे्रटर के पद पर कार्यरत थे। डॉ. आदित्य इंसा शाह सतनाम जी स्पेशलिस्ट हस्पताल में अगस्त 2004 से सीनियर कंसल्टेंट आंख विभाग के पद पर कार्यरत थे। वह 25 अगस्त से अपनी ड्यूटी से गैरहाजिर बताए गए हैं।
दान सिंह डेरा सच्चा सौदा की कमेटी का मेंबर बताया गया है। साथ ही विपासना चेयरपर्सन डेरा सच्चा सौदा, हनीप्रीत, अभिजीत, राकेश कुमार, गुरलीन, गुलाब मल डेरा सच्चा सौदा के ट्रस्टी के मेंबर हैं। डॉ. पीआर नैन डेरा सच्चा सौदा के सीनियर वाइस चेयरमैन हैं।
धीमान छोड़ चुका था नौकरी
सुरेंद्र धीमान निवासी सेक्टर 20 अंबाला कैंट अक्टूबर 2005 से डेरा के अखबार सच कहूं का रिपोर्टर था, जिसकी सेवाएं 10 अगस्त 2016 को समाप्त की जा चुकी हैं। इस समय यह डेरे का श्रद्धालु है, इसके इलावा उसका और कोई संबंध नहीं है। हिंसा मामले में सक्रिया भूमिका सुरेंद्र धीमान की सामने आई है।
जुबानी तौर पर नियुक्ति
पवन इंसा डेरा का प्रवक्ता बताया जाता था कि नियुक्ति पर डेरे द्वारा जवाब दिया गया है कि यह नियुक्ति जुबानी तौर पर देखी जाती है, डेरे में इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। जो समय-समय पर डेरे द्वारा बदल दिए जाते हैं।
अटैची से मिले थे दस्तावेज
पुलिस ने चार्जशीट में रेड के दौरान हनीप्रीत से एक अटैची में मिले दस्तावेजों का भी जिक्र किया है। इसमें से राम रहीम से संबंधित कुछ दस्तावेजों और पासबुक, चेकबुक, पासपोर्ट की फोटोकॉपी, पैन कार्ड, लाइसेंस, कुछ एग्रीमेंट बरामद होने की बात कही गई है।
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