उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित एक गर्ल्स हॉस्टल में सोमवार देर रात अचानक भीषण आग लग गई, जिससे वहां रह रही छात्राओं में अफरा-तफरी मच गई। इस खौ़फनाक घटना के दौरान कई छात्राओं को अपनी जान बचाने के लिए बालकनी से कूदना पड़ा। आग इतनी तेज थी कि वहां रह रहे लोगों के पास बाहर निकलने का मौका नहीं था, और कई छात्राओं ने डर के मारे इमारत से कूदने का रास्ता चुना।
घटना का विवरण
घटना ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-37 में स्थित एक गर्ल्स हॉस्टल की है। सोमवार रात लगभग 11 बजे के आसपास हॉस्टल के एक फ्लोर पर आग लगी, जो तेजी से फैलने लगी। आग के बढ़ने के कारण इमारत में घनी धुआं भर गया, जिससे अंदर मौजूद छात्राओं को बाहर निकलने में कठिनाई हुई। हॉस्टल के अंदर फंसी छात्राओं को तत्काल बचाने के लिए आपातकालीन सेवाओं को सूचित किया गया, और मौके पर फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची।
हालांकि, आग की लपटें इतनी तेज़ थीं कि कई छात्राओं को बालकनी से कूदकर अपनी जान बचानी पड़ी। बालकनी से कूदते समय कुछ छात्राएं घायल हो गईं, जिन्हें तुरंत अस्पताल भेजा गया। घायलों में से कुछ को गंभीर चोटें आई हैं, जबकि अन्य को मामूली चोटें आईं।
बचाव कार्य
आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। स्थानीय पुलिस और प्रशासन भी तुरंत मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य में मदद की। साथ ही, एम्बुलेंस सेवा और अन्य राहत टीमों ने घायल छात्राओं को अस्पतालों में भेजने का कार्य किया। फायर ब्रिगेड की टीम ने करीब दो घंटे में आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक काफी समय बीत चुका था और कई छात्राओं को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
हॉस्टल के हालात
हॉस्टल के अंदर की स्थिति काफी डरावनी थी, क्योंकि आग के कारण हॉस्टल में घना धुआं भर गया था। अधिकांश छात्राएं दूसरी और तीसरी मंजिल पर फंसी हुई थीं, जहां से बाहर निकलने के लिए कोई रास्ता नहीं था। कुछ छात्राओं ने जब बालकनी से कूदने का फैसला किया, तो वहां से कूदने के कारण उन्हें चोटें आईं। हालांकि, राहत की बात यह है कि आग में किसी की जान नहीं गई, लेकिन कई छात्राओं की चोटों के कारण अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
प्रशासन और कॉलेज की प्रतिक्रिया
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और कॉलेज प्रबंधन दोनों ने घटना की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कदम उठाए। ग्रेटर नोएडा के जिलाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और आश्वासन दिया कि घायल छात्राओं को हर संभव सहायता दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि घटना की जांच की जाएगी और इसके कारणों का पता लगाया जाएगा।
कॉलेज प्रबंधन ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए सभी छात्राओं के लिए हेल्पलाइन शुरू की है, ताकि वे किसी भी प्रकार की मानसिक और शारीरिक सहायता प्राप्त कर सकें।
सुरक्षा मानकों की समीक्षा
इस घटना के बाद अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या इस हॉस्टल में पर्याप्त सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था। आग लगने के बाद अगर वहां पर्याप्त आग बुझाने की व्यवस्था होती, तो शायद यह स्थिति इतनी गंभीर नहीं होती। इससे यह स्पष्ट होता है कि छात्रों की सुरक्षा के लिए हॉस्टल और अन्य आवासीय स्थानों में बेहतर सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है। प्रशासन ने वादा किया है कि इस घटना के कारणों की जांच की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
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