ग्रेसिम इंडस्ट्रीज ने मेन्युफेक्चरिंग इंडस्ट्री से जुड़ी महिलाओं को प्रदान किये ‘ग्रीन सर्टिफिकेट्स’

    इंदौर में आयोजित हुई केस स्टडी कॉम्पिटिशन में दिए गए सर्टिफिकेट्स, आदित्य बिरला समूह के मेन्युफेक्चरिंग टुडे ‘रीइन्वेंटिंग द फ्यूचर 2018-ग्रेट टीम्स एट वर्क’ के इंदौर रीजनल राउंड में 20 कंपनियों ने लिया हिस्सा।

 

विभिन्न क्षेत्रों में भारत की अग्रणी मेन्युफेक्चरिंग कंपनियों में से एक आदित्य बिरला समूह, ने मेन्युफेक्चरिंग टुडे के साथ मिलकर इंदौर में ‘रीइन्वेंटिंग द फ्यूचर-ग्रेट टीम्स एट वर्क’ समिट और कॉम्पिटीशन का आयोजन किया। इस वर्ष इस आयोजन का केंद्र बिंदु ‘मेन्युफेक्चरिंग में महिलाएं’ विषय पर था जिसके अंतर्गत विभिन्न संस्थाओं ने शॉप फ्लोर लेवल स्तर पर लैंगिक समानता से जुड़ी अपनी पहल को साझा किया। 

मध्यप्रदेश में विस्कोज स्टेपल फाइबर तथा कैमिकल्स के क्षेत्र में मजबूत जगह रखने वाली आदित्य बिरला समूह की प्रमुख कम्पनी ग्रेसिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने मेन्युफेक्चरिंग सेक्टर में प्रतिभावान महिलाओं के बढ़ते प्रतिनिधित्व का सम्मान उन महिलाओं को एक विशेष ग्रीन सर्टिफिकेट देकर किया। यह सर्टिफिकेट इस बात का वादा करता है कि कम्पनी इन महिलाओं की ओर से एक पौधा लगाएगी और हमारी वसुंधरा को एक हरियाली से भरपूर ग्रह बनाएगी। समिट के अंतर्गत कमिंस की सुमिता भाटिया तथा जॉन डीयर कम्पनी की प्रीति चौबे, नेहा बेल्हेकर तथा शिखा लाल को ग्रीन सर्टिफिकेट्स दिए गये।

 

इस अवसर पर श्री के. सुरेश, ग्रेसिम इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के स्टेपल फाइबर डिवीज़न नागदा के यूनिट हेड, ने कहा – ‘मेन्युफेक्चरिंग, भारतीय इकोनॉमी का महत्वपूर्ण संचालक है, और इस क्षेत्र की सर्वश्रेष्ठ कार्यप्रणाली को साझा करने से युवा मेन्युफेक्चरिंग प्रोफेशनल्स के बीच साथ सीखने और अपने ज्ञान को बांटने के लायक एक इको सिस्टम  बनता है। विभिन्न संस्थाओं द्वारा सफलतापूर्वक कार्यान्वित किये गए जोश और इनोवेशन से भरपूर आइडियाज का साक्षी बनना एक सुखद अनुभव था.’ उन्होंने आगे कहा- ‘हम 20,000 पौधे लगाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, तथा सभी को और भी अधिक पौधे लगाने के लिए उत्साहित करते हैं। इसी क्रम में दिए गए ग्रीन सर्टिफिकेट्स पौधे लगाने और हमारे भविष्य को और भी अधिक हरियाली से भरपूर बनाने की हमारी प्रतिबद्धता है’।

रीइन्वेंटिंग द फ्यूचर 2018- ग्रेट टीम्स एट वर्क, अपनी तरह का एक अनूठा आयोजन है। इसके अंतर्गत भारत की अग्रणी मेन्युफेक्चरिंग कंपनियों में से कुछ ने केस स्टडी प्रस्तुत करके प्रतियोगिता में भाग लिया। 

इन कंपनियों ने विभिन्न श्रेणियों में प्रतियोगिता की, जिनमें कॉस्ट ऑप्टिमाइज़ेशन, टेक्नोलॉजी, सस्टेनबिलिटी, पीपुल इनिशिएटिव्स, सेफ्टी और क्वालिटी जैसी श्रेणियां शामिल थीं। इस प्रतियोगिता का विजेता अर्थात रीजनल स्तर का विजेता को एक राष्ट्र स्तरीय प्रतियोगिता में अन्य रीजनल स्तर के विजेताओं के साथ प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा। राष्ट्र स्तर की यह प्रतियोगिता 21 सितंबर 2018 को मुंबई में आयोजित होगी। 

पिछले पांच वर्षों से आदित्य बिरला समूह द्वारा वार्षिक स्तर पर आयोजित होने वाला यह आयोजन प्लांट ऑपरेशंस, प्रोडक्शन मैनेजमेंट, क्वालिटी कंट्रोल, टेक्नीकल तथा इंजीनियरिंग एवं एचआर के क्षेत्र से जुड़े मेन्युफेक्चरिंग प्रोफेशनल्स के लिए एक रोमांचक तथा ज्ञान साझा करने वाला मंच बन गया है।

 

 

 

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