न्यूज़ डेस्क : भारत में कोरोना वैक्सीन की पहली खेप 28 दिसंबर को आ सकती है। दिल्ली में यह सबसे पहले राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में बनाए गए स्टोरेज में रखी जाएगी। फिर यहां से दिल्ली के अन्य अस्पतालों में इसका वितरण होगा।
यह बात एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताई। अथॉरिटी ने कहा है कि अगर 28 तारीख को वैक्सीन किसी भी कारण से नहींं आई तो यह जनवरी में आ जाएगी। इसके तहत राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में वैक्सीन भंडारण के लिए कोल्ड स्टोरेज चेन बनाने के लिए जरूरी संसाधनों की पहली खेप पहुंच चुकी है। यहां डीप फ्रीजर भी पहुंच चुके हैं।
वैक्सीन के रखरखाव और वितरण से जुड़े प्रोजेक्ट ‘संजीवनी’ के बारे में बताते हुए डायल के सीईओ विदेह जयपुरियार ने कहा कि दिल्ली एयरपोर्ट के दोनों कार्गो टर्मिनल में कूल चेंबर बना लिए गए हैं ताकि विदेश से आने वाली वैक्सीन यहां रखी जा सके। यहीं से देशभर में वैक्सीन का वितरण होगा।
जयपुरियार ने आगे बताया, वैक्सीन के वितरण के लिए एक ट्रक मैनेजमेंट सिस्टम बनाया गया है, जो बुकिंग स्लॉट के अनुसार वेटिंग के समय को कम करेगा और कोविड वैक्सीन को अपने गंतव्य तक पहुंचने में कम समय लगेगा। हम विभिन्न प्रकार के कंटेनर को इस्तेमाल करने पर ध्यान दे रहे हैं ताकि कूलिंग चेन बनी रहे। विदेह ने आगे कहा कि वैक्सीन के वितरण की कोई निश्चित तारीख नहीं है। अगर आप सरकार की लाइन देखें तो वैक्सीन वितरण का काम जनवरी 2021 से शुरू हो सकता है।
विदेह ने आगे बताया कि, हमें वर्तमान में जो भी निर्देश मिले हैं उसके अनुसार हमारी तैयारी पूरी है। लेकिन अगर क्षमता बढ़ाने की जरूरत होती है तो हम दो-तीन दिन के शॉर्ट नोटिस पर भी कंटेनर बढ़ा सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि दिल्ली एयरपोर्ट पर हमारे पास 27 लाख वैक्सीन स्टोर करने की क्षमता है। इसलिए, अगर हम दिन में दो चक्कर पूरा करते हैं तो 54 लाख शीशियों को वितरित कर सकते हैं।
कौन सी वैक्सीन आनी है, नहीं मिला जवाब
यह खबर तो आ गई है कि वैक्सीन की पहली खेप 28 दिसंबर को दिल्ली आ सकती है, लेकिन किस वैक्सीन की खेप आएगी यह अभी नहीं पता चल सका है। बात अगर सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक के वैक्सीन की करें तो यह देश में ही बन रहे हैं, ऐसे में इनके बाहर से आने का कोई सवाल नहीं है। वहीं रूस की स्पूतनिक वैक्सीन की खेप तो पहले ही भारत आ चुकी है। ऐसे में अनुमान है की भारत आने वाले वैक्सीन फाइजर हो सकती है।
हालांकि इसकी पुष्टि अभी तक सरकार की ओर से नहीं हुई है कि फाइजर को भारत में अनुमति मिली है या नहीं। लेकिन तैयारियों पर गौर करें तो जिस तरह के डीप फ्रीजर राजीव गांधी अस्पताल में लगे हैं वह माइनस 80 डिग्री तक का तापमान मेंटेन कर सकते हैं ऐसे में फाइजर वैक्सीन के भारत आने की संभावना बलवती है। इस पर पुख्ता रूप से तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता जब तक सरकार इस बारे में कोई जानकारी आधिकारिक तौर पर न दे।
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