इंदौर। इंजीनियरिंग में मास्टरी और सरकारी कंपनी में नौकरी दिलाने वाली गेट परीक्षा फरवरी-2018 में आयोजित की जाएगी। परीक्षा के लिए 1 सितंबर 2017 से स्टूडेंट्स आवेदन कर सकेंगे। गेट-2018 का आयोजन करने की जिम्मेदारी इस बार आईआईटी गुवाहाटी को दी गई है। गेट देश की चुनौतिपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। इस ऑल इंडिया लेवल की परीक्षा के जरिए देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों आईआईटी, एनआईटी, आईआईएससी व अन्य में एमटेक, एमई और पीएचडी जैसे मास्टर व डॉक्टोरल कोर्सेज में एडमिशन मिलता है। इसके अलावा देश की बहुत सी पीएसयू(सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम) कंपनियां भी इसी परीक्षा के जरिए भर्तियां करती है। यही नहीं बहुत सी स्कॉलरशिप के लिए भी इसी परीक्षा के प्राप्तांक मान्य होते हैं।
चार तारीखों पर होना है परीक्षा
गेट-2018 के लिए आवेदन प्रक्रिया 1 सितंबर 2017 से शुरु की जाएगी। परीक्षा फरवरी 2018 में चार तारीखों 3, 4, 10 और 11 फरवरी को होगी। इस संबंध में आधिकारिक नोटिफिकेशन अगले महीने तक आने की संभावना है। आईआईटी गुवाहाटी ने पिछली बार 2010 में गेट परीक्षा का आयोजन किया था। गेट-2018 आयोजन समिति का चेयरमेन आईआईटी गुवाहाटी के केमिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर जी. पुगाजेंथी को बनाया गया है। पिछले साल गेट का आयोजन आईआईटी रूड़की ने किया था जिसने प्रश्न पत्र में एक नया सेक्शन भी जोड़ा था। पिछले साल अंतरराष्ट्रीय स्टूडेंट्स के लिए भी परीक्षा आयोजित की गई थी।
ये दे सकते हैं परीक्षा
चार वर्षीय इंजीनियरिंग/टेक्नोलॉजी की बैचलर डिग्री हो(बीई, बीटेक, बीफार्मा) या जिन्होंने आर्किटेक्चर में बैचलर किया हो। जानकारों के मुताबिक गेट का स्कोर तीन साल के लिए मान्य रहता है। इस टेस्ट को आप कितनी भी बार दे सकते हैं। इसके प्रयासों की संख्या की कोई सीमा नहीं है। करीब 45 सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां ऐसी हैं जो गेट एक्जाम में प्राप्त नंबरों के आधार पर युवाओं को नौकरी देती है।
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एक नजर में
-करीब 10 लाख अभ्यर्थी इस साल गेट की परीक्षा में बैठे थे।
-16 प्रतिशत स्टूडेंट्स की पिछली बार(2017) गेट परीक्षा में पास हुए थे।
-15 प्रतिशत स्टूडेंट गेट परीक्षा पास कर सकें थे 2016 में
-कई सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां गेट के रिजल्ट के आधार पर नौकरी देती हैं।
-आईआईटी और एनआईटी के पीजी कोर्स में गेट के माध्यम से एडमिशन होता है।
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