आज से जम्मू-कश्मीर को मिला राज्य का दर्जा खत्म हो जाएगा, बनेंगे दो केंद्र शासित प्रदेश

न्यूज़ डेस्क : जम्मू-कश्मीर के लिए गुरुवार 31 अक्तूबर का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा। इस दिन जम्मू-कश्मीर को मिला राज्य का दर्जा खत्म हो जाएगा। इसे औपचारिक रूप से दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया जाएगा।इसी के साथ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों के नए उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू और आर के माथुर गुरुवार को पदभार भी संभालेंगे।

 

इसके मद्देनजर श्रीनगर और लेह में दो अलग-अलग शपथ ग्रहण समारोहों का आयोजन किया जाएगा। गिरीश चंद्र मुर्मू कश्मीर पहुंच भी चुके हैं। जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट की मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल दोनों को शपथ दिलाएंगी।जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन कानून 2019 के अनुसार दोनों केंद्र शासित प्रदेशों के लिए नियुक्ति का दिन 31 अक्टूबर होगा और ये केंद्र शासित प्रदेश आधी रात (बुधवार-गुरुवार) को अस्तित्व में आएंगे।

28 राज्य और 9 केंद्रशासित प्रदेश होंगे : ये पहला मौका है जब एक राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बदल दिया गया हो। फैसला लागू होते ही देश में राज्यों की संख्या 28 और केंद्र शासित प्रदेशों की संख्या नौ हो जाएगी।

मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को दिए गए विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने का फैसला किया था, जिसे संसद ने अपनी मंजूरी दी। इसे लेकर देश में खूब सियासी घमासान भी मचा। 

भाजपा ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में जम्मू-कश्मीर को दिया गया विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने की बात कही थी और मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के 90 दिनों के भीतर ही इस वादे को पूरा कर दिया। इस बारे में पांच अगस्त को फैसला किया गया।

सरदार पटेल की जयंती के दिन नया इतिहास बनेगा : खास बात ये है कि दोनों केंद्र शासित प्रदेश देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के दिन अस्तित्व में आएंगे। सरदार पटेल को देश की 560 से अधिक रियासतों का भारत संघ में विलय का श्रेय है।

देश में 31 अक्टूबर का दिन राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन पीएम मोदी गुजरात के केवडिया में और अमित शाह दिल्ली में अगल-अलग कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। 

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