22 साल में संन्यास से 26 साल में संसद पहुँचने तक, जानिए कैसा रहा योगी आदित्यनाथ का जीवन?
लाखों दिलों की धड़कन बन गए हैं योगी आदित्यनाथ, जानिए कैसे हुई संत जीवन की शुरुआत?
न्यूज डेस्क : योगी को आज के समय में उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश की राजनीति का एक बड़ा चेहरा माना जाता है। लेकिन 22 साल की छोटी उम्र में संन्यासी बनने से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने तक का योगी आदित्यनाथ का यह सफर आसान नहीं रहा है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अपना 51वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म आज ही के दिन उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में हुआ था। योगी आदित्यनाथ की छवि एक संन्यासी के साथ ही भावी मुख्यमंत्री की भी है। उत्तर प्रदेश में योगी की दीवानगी का आलम यह है कि उनके अपना जन्मदिन नहीं मनाने के बावजूद भी लोग बड़ी मात्रा में इकट्ठा होते हैं और भव्य आयोजन करते हैं। योगी को आज के समय में उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश की राजनीति का एक बड़ा चेहरा माना जाता है। लेकिन 22 साल की छोटी उम्र में संन्यासी बनने से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने तक का योगी आदित्यनाथ का यह सफर आसान नहीं रहा है। आज इस खास मौके पर चलिए जानते हैं उनके जीवन के बारे में।
योगी आदित्यनाथ का शुरुआती जीवन-
योगी का जन्म 5 जून 1972 को पौढ़ी गढ़वाल जिले के पंचूर गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट और माता का नाम सावित्री देवी था। योगी अपने 7 भाई-बहनों में 5वें नंबर पर थे। योगी बनने से पहले उनका नाम भी अजय सिंह बिष्ट था। उन्होंने अपनी पढ़ाई हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय से की। लेकिन आगे की पढ़ाई करने जब वे गोरखपुर आए तो यहाँ राम मंदिर के लिए हो रहे आंदोलन ने उन्हें खासा प्रभावित किया, और उन्होंने अपनी रह बदल ली।
बन गए संन्यासी-
साल 1994 में जब योगी आदित्यनाथ की उम्र महज 22 साल थी। तब उन्होंने सांसारिक मोह-माया को त्याग कर संन्यास की राह पर अपने कदम बढ़ा दिए। योगी संतों के इस जीवन में कुछ इस तरह से रम गए कि साल 1998 तक महंत अवैद्यनाथ ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी तक घोषित कर दिया।
राजनीति में कदम-
संत जीवन अपनाने के बाद इसी साल के दौरान योगी आदित्यनाथ ने राजनीति की ओर अपने कदम बढ़ाए। उन्होंने महज 26 साल की उम्र में चुनाव लड़ा और सबसे कम उम्र के सांसद बनकर संसद पहुंचे। इसके बाद योगी आदित्यनाथ लगातार आगे बढ़ते गए। उन्होंने कुल 5 लोकसभा चुनाव जीते। जिसके बाद साल 2017 में उत्तर प्रदेश की जनता ने उन्हें अपना मुख्यमंत्री बनाया। यह सिलसिला साल 2022 में फिर दोहराया गया और वे फिर से राज्य के मुख्यमंत्री बने।
#yogiadityanath #uttarpradesh #yogi
Comments are closed.