इंदौर में पहली विशिष्ट रोटाएब्लेशन वर्कशॉप अपोलो हॉस्पिटल में संपन्न

इंदौर। शनिवार को अपोलो अस्पताल में जटिल कोरोनरी इंटरवेंशन और रोटाब्लेशन पर एक वर्कशॉप आयोजित की गई। इस वर्कशॉप में रोगियों का इलाज एंजियोप्लास्टी की एक नई तकनीक ‘रोटाबलेशन’से किया गया, इसमें कैल्शियम और कठोर धमनियों को एक बारीक हीरे की मदद से ट्रीट किया जाता है।

 

 इस तरह की धमनियों का इलाज पहले एंजियोप्लास्टी के जरिए संभव नहीं था और इस परिस्थिति मेंकई बार CABG (कार्डियक बायपास ऑपरेशन) करना पड़ता था।

 

र्डियक साइंसेज विभाग के एचओडी डॉ. रोशन राव ने कहा कि इस कार्यशाला का आयोजन  मुख्य रूप से ऐसे रोगियों के लिए किया गया था, जो हाई रिस्क पर होते हैं पर कमज़ोर हार्ट पम्पिंग के कारणउनका बायपास नहीं किया जा सकता। ऐसे रोगियों की  अंडायलेटेबल आर्टरीज (अविरल धमनियों) के सड़न रोकने के लिए यह प्रक्रिया बेहद प्रभावी है और उन्हें जीवन की नई आशा देती है।

 

अपोलो हॉस्पिटल्स की सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ सरिता राव बताती है कि एक अनुमान के मुताबिक भारत में लगभग तीस लाख कोरोनरी रोगों से पीड़ित व्यक्ति है। भारत में हर साल लगभगतीन मिलियन लोगों को हार्ट अटैक आता है और यह संख्या बढ़ती जा रही है इसलिए यह स्थिति और भी चिंताजनक है।

 

देश और दुनिया में इस रोग के लिए इलाज के लिए खोजी गई नई तकनीकों पर बात करने के लिए इस समिट में ग्लोबल एक्सपर्ट आए थे।  निश्चित ही इस बातचीत का फायदा इस रोग का जल्दी पता लगानेऔर सही समय पर उचित इलाज करने में भी मिलेगा।

 

डॉ सुशील जैन ने बताया कि इस एनुअल समिट में इंदौर और राज्य के विभिन्न हिस्सों के 150 से अधिक चिकित्सक शामिल हुए। इन सभी जगहों से ओपिनियन लीडर्स इस समिट में हिस्सा लेने के लिए आएथे। उन्होंने इस रोग के निदान एवं उपचार के लिए आई नाइ तकनीकों में बारे में इस समिट के लिए विशेष र्रूप से आए चीन के डॉ यांग से चर्चा की।  डॉ यान ने कहा कि हमारे समाज का एक बड़ा वर्ग तेज़ी सेवृद्ध हो रहा है। ऐसी स्थिति में रोटाबलेशन और अन्य जटिल इंटरवेंशन की जरूरत ज्यादा होगी।

 

 साथ ही बढ़ती उम्र के साथ CABG सर्जरी में आने वाली कठिनाई भी बढ़ेगी। हमें इनके लिए अभी से तैयार रहनाहोगा।

समिट में सीनियर कार्डीऐक सर्जन डॉ क्षितिज दुबे ने हार्ट फेलियर की स्थिति में किया जाने वाला वेंट्रिकुलर रिस्टोरेशन नामक एक बेहद जटिल ऑपरेशन भी किया।

इंदौर के अपोलो अस्पताल के डायरेक्टर श्री सिद्धार्थ भार्गव कहते है कि शुरुआत से ही अपोलो अस्पताल भारत और दुनिया भर में स्वास्थ्य परिदृश्य को बदलने में अग्रणी रहा है। इंदौर में भी इस परंपरा कोजारी रखते हुए हमने  समाज की बेहतरी के लिए सर्वोत्तम चिकित्सा पद्धतियों द्वारा मरीज का उपचार करना शुरू किया। सस्ती कीमतों पर विश्व स्तरीय चिकित्सा प्रदान करना ही हमारा लक्ष्य है।

 

अपोलो हॉस्पिटल्स के वरिष्ठ सलाहकार चिकित्सक और मेडिकल डायरेक्टर डॉ अशोक बाजपेयी ने अपने उत्कृष्ट कार्य और परिणामों के लिए कार्डियोलॉजी और कार्डियक सर्जरी की टीम को बधाई दी।उन्होंने कहा कि कार्डियोलॉजी विभाग की तुलना विश्व के सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय केंद्र के साथ की जा सकती है।

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