फेडरल रिजर्व (फेड) ने अपनी ब्याज दर को लगभग शून्य फीसदी के निचले स्तर पर रखा बरकरार

न्यूज़ डेस्क : अमेरिका में चुनावी अनिश्चितता और कोरोना वायरस महामारी के मामलों के नए उभार के बीच फेडरल रिजर्व (फेड) ने अपनी मुख्य ब्याज दर को लगभग शून्य फीसदी के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बरकरार रखा है। 

 

 

अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल ने कहा कि जब तक लोगों को हालात सामान्य होने का भरोसा नहीं होगा, तब तक पूरी तरह आर्थिक भरपाई संभव नहीं है। उन्होंने साथ ही कहा कि सभी अमेरिकी नागरिक मास्क पहनकर और शारीरिक दूरी के दिशानिर्देशों का पालन कर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अपनी भूमिका निभा सकते हैं। 

 

 

अमेरिका में अब तक कोरोना वायरस के 96 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 12 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका के ये दोनों आंकड़े दुनिया में सबसे अधिक हैं। फेडरल रिजर्व के चेयरमैन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि, ‘जब तक लोगों को भरोसा नहीं हो जाता है कि रोजमर्रे की सामान्य गतिविधियों में शामिल होना पूरी तरह सुरक्षित है, तब तक पूरी तरह से आर्थिक भरपाई संभव नहीं है।’ 

 

 

उन्होंने कहा कि आर्थिक संकट को लेकर फेडरल रिजर्व के फैसलों के दौरान वित्तीय प्रणाली की स्थिरता को बनाए रखने के साथ ही अधिकतम रोजगार को बढ़ावा देने और अमेरिकियों के लिए कीमत को स्थिर रखने पर जोर दिया गया। कोरोना वायरस महामारी ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर एक बड़ा प्रभाव छोड़ा है और इस बात के मद्देनजर पॉवेल ने कहा कि देश में आर्थिक गतिविधियों में सुधार जारी है। 

 

उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के फिर से खुलने पर गतिविधियों में तेजी आई है और तीसरी तिमाही में वास्तविक जीडीपी 33 फीसदी की दर से बढ़ी है।

 

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