फवाद खान का पहलगाम पर पोस्ट और उनकी आगामी हिंदी फिल्म ‘अबीर गुलाल’ पर बायकॉट की मांग: एक विस्तृत विश्लेषण

पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान ने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएँ व्यक्त कीं। उनका यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और इसके साथ ही उनकी आगामी हिंदी फिल्म ‘अबीर गुलाल’ को लेकर बायकॉट की मांग भी तेज़ हो गई है।

फवाद खान का पहलगाम पर पोस्ट

फवाद खान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए लिखा, “हमारे विचार और प्रार्थनाएँ इस भयावह घटना के शिकारों के साथ हैं।” इस बयान को कुछ लोगों ने सकारात्मक रूप में लिया, जबकि अन्य ने इसे एक प्रचार रणनीति कहा।

अबीर गुलाल’ पर बायकॉट की मांग

फवाद खान की हिंदी फिल्म ‘अबीर गुलाल’ 9 मई, 2025 को रिलीज़ होने जा रही है। इसमें उनके साथ अभिनेत्री वाणी कपूर मुख्य भूमिका में हैं और फिल्म का निर्देशन आरती एस. बगड़ी ने किया है। फिल्म की घोषणा के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर इसे लेकर बायकॉट की मांग उठी। कई उपयोगकर्ताओं ने फवाद के भारत में काम करने पर आपत्ति जताई और फिल्म न देखने की अपील की।

फिल्म इंडस्ट्री की प्रतिक्रिया

फिल्म निर्माता आशोक पंडित और कुछ फिल्म संगठनों जैसे FWICE और IMPPA ने फवाद खान की उपस्थिति पर सवाल उठाए हैं। आशोक पंडित ने कहा कि अगर आप भारत की राष्ट्रीय भावना से ऊपर हैं, तो इसका विरोध झेलना पड़ेगा। कुछ संगठन पाकिस्तानी कलाकारों पर फिर से प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं।

भारत में पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध

2016 में उरी हमले के बाद भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करने पर अनौपचारिक प्रतिबंध लगा दिया गया था। लेकिन 2023 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस प्रतिबंध को समाप्त कर दिया, जिससे पाकिस्तानी कलाकारों की बॉलीवुड में वापसी की राह खुली। फवाद खान की फिल्म ‘अबीर गुलाल’ इसी परिवर्तन का हिस्सा है।

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