चंडीगढ़। पैदावार बढ़ाकर खेती को फायदे का सौदा बनाने और किसानों की आय दोगुनी करने के लिए हरियाणा में किसान कल्याण प्राधिकरण गठित होगा। प्राधिकरण के जरिये किसानों व भूमिहीन श्रमिकों के आर्थिक व मनोवैज्ञानिक दबावों को दूर करने की कोशिश की जाएगी। इसके अलावा एक एडवाइजरी कमेटी और खेतिहर मजदूरों व भूमिहीन किसानों के लिए अलग से कमेटी बनाई जाएगी।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को अपने सरकारी निवास पर आयोजित एक और सुधार कार्यक्रम में प्रदेश भर से पहुंचे प्रगतिशील किसानों से रू-ब-रू होते हुए यह घोषणा की। इस दौरान कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ और खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री कर्णदेव कांबोज उनके साथ थे। प्राधिकरण के स्वरूप पर सीएम ने कहा कि वह खुद इसके अध्यक्ष होंगे और कृषि मंत्री पदेन उपाध्यक्ष। इसी तरह एडवाइजरी कमेटी में भी सीएम और कृषि मंत्री शामिल रहेंगे। कमेटी में सरकारी अधिकारियों के साथ प्रगतिशील किसानों को भी जगह मिलेगी।
तीन घंटे चली बैठक में सीएम ने कहा कि गुरुग्राम व फरीदाबाद में तेजी से बढ़ती जनसंख्या के लिए पानी उपलब्ध कराना सरकार के लिए चुनौती बनता जा रहा है। उन्होंने किसानों से जल संरक्षण में सहयोग मांगते हुए आह्वान किया कि जिन क्षेत्रों में सिंचाई के लिए पानी नहीं पहुंचता, वहां पानी पहुंचाने में मदद करें।
किसानों को प्रगतिशील बनाने वाले किसान होंगे सम्मानित
कार्यक्रम में प्रगतिशील किसानों के सुझावों से उत्साहित मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा के किसान को उद्यमशील बनना चाहिए। दूसरे किसानों को भी प्रगतिशील बनाने वाले किसानों को सरकार पुरस्कृत करेगी। इसके लिए जल्द ही एक और सुधार के तहत किसान कल्याण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जैविक खेती, मधुमक्खी पालन, बागवानी व डेरी व्यावसाय में लगे किसानों को अपने उत्पादक समूह गठित कर अपनी ब्रांडिंग करनी चाहिए। ऐसे समूहों को इंफ्रास्ट्रेक्चर व अन्य सुविधाएं सरकार उपलब्ध कराएगी।
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