न्यूज़ डेस्क : भारत में कोरोना विकराल रूप धारण कर चुका है। हर रोज कोरोना केसों का नया रिकॉर्ड दर्ज हो रहा है। 15 अप्रैल को कोरोना के दो लाख मामले सामने आए हैं। इसमें देश की राजधानी दिल्ली में आए एक दिन में 17 हजार से ज्यादा केस भी शामिल हैं। महामारी की रफ्तार जिस तेजी से बढ़ रही है, ऐसे में मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। कोरोना के मामले में भारत अब सिर्फ अमेरिका से पीछे है। कोरोना की दूसरी लहर को लेकर महामारी रोग विशेषज्ञों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। विशेषज्ञों ने कहा है कि कोरोना महामारी का भयानक प्रकोप अगले महीने दिखेगा। अभी तो इसका चरम रूप आना बाकी है। विशेषज्ञों ने लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने और एहतियात बरतने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि टीके लगाने के साथ-साथ मास्क, और दो गज की दूरी बनाकर रहना होगा।
प्रोफेसरों की लोगों से अपील
यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन में बॉयोस्टैटिस्टिक्स और महामारी रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर भ्रमर मुखर्जी ने एक अंग्रेजी चैनल के सवाल के जवाब में कहा कि भारत में कोरोना की स्थिति और गंभीर हो सकती है। उन्होंने कहा कि संक्रमण के मामलों का बढ़ना अभी कम नहीं होगा। प्रोफेसर भ्रमर मुखर्जी ने कहा कि यहां हर रोज 5 लाख तक नए केस निकलेंगे। इसके साथ ही तीन से चार हजार लोगों के जान गंवाने जैसी खबरें मिल सकती हैं। वहीं विषाणु वैज्ञानिक डॉ. रवि ने बताया कि वैक्सीन कोई जादूगर की छड़ी नहीं है, जो एक बार घुमाई और सब ठीक हो गया। हालांकि उन्होंने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना बेहद जरूरी है। साथ ही वैक्सीनेशन भी आवश्यक है।
जनवरी-फरवरी में कोरोना केस हुए थे कम
गौरतलब है कि देश में जनवरी-फरवरी में कोरोना का खतरा काफी कम हो गया था। लेकिन मार्च के अंत और अप्रैल की शुरुआत में कोरोना संक्रमण का फैलाव एक बार फिर से तेज हो गया। पिछले 15 दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हर रोज डेढ़ लाख से ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं। देश में कोरोना की दूसरी लहर कहर बनकर टूट रही है। महानगरों की सबसे ज्यादा स्थिति खराब है। महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, केरल तमिलनाडु में तो संक्रमण का फैलाव तेजी से बढ़ता जा रहा है। संक्रमण रोकने के लिए कई राज्य सरकारों ने कई तरह की पाबंदियों और साप्ताहिक लॉकडाउन लगाने का एलान किया है। वहीं केंद्र सरकार भी वैक्सीनेशन अभियान को गति देने की तैयारी कर रही है। केंद्र ने रूस की वैक्सीन को देश में आयात करने की मंजूरी दे दी है।
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