लंदन यूरोपियन कमीशन ने गूगल पर दूसरे एंटी-ट्रस्ट मामले में जुर्माना लगाने की तैयारी कर ली है। गूगल पर एंड्रॉयड मोबाइल ऑप्रेटिंग सिस्टम के जरिए अपने दबदबे का दुरुपयोग करने का आरोप लगा है। ऐसे में गूगल पर 11 अरब डॉलर तक का जुर्माना लग सकता है।
वित्तीय रिपोर्ट के अनुसार ईयू की कम्पीटिशन कमिश्नर मार्गरेट वेस्टगर कुछ हफ्तों के भीतर अपना फैसला दे सकती हैं। ईयू की जांच में पाया गया है कि गूगल ने एंड्रॉयड डिवाइस मेकर्स पर गैर-कानूनी शर्तें लगाई हैं जिससे प्रतिस्पर्धा को नुक्सान हो रहा है और उपभोक्ता के पास कम विकल्प हो गए हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि एंड्रॉयड का इस्तेमाल दुनिया के 80 प्रतिशत से ज्यादा स्मार्टफोन में हो रहा है और यह ग्रुप के भविष्य की कमाई के लिए अहम है कि उनके मोबाइल गैजेट्स पर ज्यादा से ज्यादा यूजर्स सर्च करें। ईयू ने एंटी-ट्रस्ट मामला 2016 में शुरू किया था जिसमें गूगल पर एंड्रॉयड ओएस के लिए लाइसेंसिंग कंडीशन लगाने का आरोप लगाया गया।
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