दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग का प्रवर्तन कार्यबल (ईटीएफ) निर्देशों/आदेशों का क्रियान्वयन और अनुपालन की कड़ाई से निगरानी कर रहा है

उड़न दस्ते द्वारा 140 से अधिक स्थलों का निरीक्षण किया गया और उल्लंघन करने वाली इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई

40 उड़न दस्तों/निरीक्षण दल ने औद्योगिक इकाइयों, सी एंड डी साइटों, वाणिज्यिक/आवासीय इकाइयों, वायु प्रदूषण हॉटस्पॉट आदि की गुप्त रूप से गहन जांच की

हरियाणा के एनसीआर जिलों, उत्तर प्रदेश के एनसीआर जिलों और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के लिए 12 निरीक्षण दल तैनात किए गए हैं, जबकि राजस्थान के एनसीआर जिलों में 4 टीमों को लगाया गया है

प्रवर्तन कार्यबल की ओर से उड़न दस्ते की जांच और प्रस्तुत की गई रिपोर्ट के संबंध में दैनिक समीक्षा की जाती है

आयोग द्वारा संबंधित नियमों/अधिनियमों के तहत समय-समय पर जारी निर्देशोंके उल्लंघन और गैर-अनुपालन की बहुत गंभीरता से निगरानी हो रही है और भारी उल्लंघन पर ऐसी गैर-अनुपालन इकाइयों को तत्काल बंद किया जाएगा

दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के खिलाफ अभियान में कार्रवाई तेज करते हुए, एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) का ‘प्रवर्तन कार्यबल’ (ईटीएफ) जांच के लिए गठित 40 निरीक्षण टीमों/उड़न दस्तों के साथ सीधे व्यापक समीक्षा बैठकें कर रहा है। साथ ही दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए आयोग द्वारा जारी वैधानिक निर्देशों के अनुपालन को लेकर लगातार पर्यवेक्षण और कड़ाई से निगरानी जारी है। ये उड़न दस्ते उल्लंघन करने वालों का पता लगाने और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए आयोग को रिपोर्ट देने के लिए दिल्ली-एनसीआर के कोने-कोने को व्यापक तरीके से कवर कर रहे हैं।

आयोग के निर्देशों के तहत, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के एनसीआर जिलों के लिए 12 निरीक्षण दल गठित किए गए हैं, जबकि राजस्थान के एनसीआर जिलों में 4 टीमों को लगाया गया है, जो विभिन्न क्षेत्रों (औद्योगिक, परिवहन/वाहन, निर्माण/तोड़फोड़, सड़क और खुले क्षेत्रों से उठती धूल और अन्य स्रोतों सहित) की इकाइयों/गतिविधियों की जांच करने के लिए तैनात किए गए हैं जो वायु प्रदूषण के स्तरों में वृद्धि कर रहे हैं।

दिल्ली-एनसीआर के वायु प्रदूषकों को कम करने के लिए अपने अभियान को तेज करते हुए, सीएक्यूएम के उड़न दस्ते लगातार औचक निरीक्षण, औद्योगिक इकाइयों, सी एंड डी साइटों, वाणिज्यिक/आवासीय इकाइयों, वायु प्रदूषण हॉट स्पॉट आदि की मौके पर पहुंचकर गहन जांच के द्वारा आयोग के वैधानिक निर्देशों का सख्ती से पालन कराने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं और दैनिक आधार पर आयोग को विवरण की रिपोर्ट दे रहे हैं।

सीएक्यूएम का प्रवर्तन कार्यबल स्थिति का जायजा लेने और उड़न दस्ते द्वारा आयोग को भेजी गई दिन की निरीक्षण रिपोर्ट का आकलन करने के लिए हर दिन भौतिक रूप से या वर्चुअल मोड में समीक्षा बैठक कर रहा है।

आयोग द्वारा समय-समय पर जारी दिशानिर्देशों और संबंधित नियमों/अधिनियमों के उल्लंघन व गैर-अनुपालन को भी बहुत गंभीरता से देखा जा रहा है। कानून के तहत मिली शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए प्रवर्तन कार्यबल नियमित रूप से उड़न दस्तों द्वारा रिपोर्ट किए गए अनुपालन न करने वाली इकाइयों और बड़े उल्लंघनकर्ताओं के लिए निवारक, बंद करने या जब्ती के आदेश पारित कर रहा है, जो कानून के तहत निर्धारित ऐसी अन्य निवारक, सुधारात्मक और दंडात्मक कार्रवाइयों से ऊपर हैं।

4 दिसंबर 2021 तक, 140 से अधिक स्थलों का उड़न दस्तों द्वारा निरीक्षण किया गया और उड़न दस्तों की रिपोर्टों के आधार पर विभिन्न इकाइयों द्वारा गंभीर उल्लंघन की पहचान की जा रही है जिससे उसे बंद करने समेत अन्य कड़ी कार्रवाई की जा सके। इसके अतिरिक्त, आयोग द्वारा निर्देश न मानने वाली अन्य इकाइयों के खिलाफ भी उपयुक्त कार्रवाई शुरू की गई है।

सीएक्यूएम ने राज्य सरकार के अधिकारियों, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों (एसपीसीबी) सहित संबंधित कार्यान्वयन एजेंसियों को भी सलाह दी है कि आयोग द्वारा जारी निर्देशों का अनुपालन और कड़ाई से कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए लगातार दैनिक आधार पर अपनी कार्रवाई की रिपोर्ट प्रवर्तन कार्यबल को भेजें।

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