न्यूज़ डेस्क : श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए हमलों के धमाकों के बाद सोमवार की आधी रात से आपातकाल लगाया जा रहा है l जिससे सुरक्षाबलों की आतंकवाद निरोधक शक्तियां बढ़ेंगी l राष्ट्रपति मैथ्रिपाला सिरीसेना की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया l राष्ट्रपति की मीडिया इकाई के बयान के अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में आधी रात से आपातकाल लगाने का निर्णय लिया है l
बयान के अनुसार यह कदम आतंकवाद को निशाना बनाने के लिए उठाया गया है l इससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बाधित नहीं होगी l सरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय शोक दिवस की भी घोषणा की है l अभी तक इस धमाके में 290 लोगों के मौत हो गई तथा 500 लोगों को घायल होने की खबर मिली है l वहीं सरकार ने जांच के लिए 3 सदस्य समिति बनाई है जो इस पूरे घटनाक्रम की जांच करेगी l
समाचार पत्र डेली मिरर के अनुसार समिति में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश विजित मालघोड़ा शामिल है l वहीं सैरत ने ने कहा कि 4 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय खुफिया एजेंसियों ने इन हमलों को लेकर आगाह किया था l आईजीपी को 9 अप्रैल को सूचित किया गया था l उन्होंने कहा कि कट्टर मुस्लिम समूह नेशनल तौहीद जमात नाम के स्थानीय संगठन को इन धमाकों के पीछे अंजाम देने में हाथ माना जा रहा है साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस में अंतरराष्ट्रीय तार जुड़े होने से इनकार नहीं किया जा सकता l
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