न्यूज़ डेस्क : अमेरिका में 60 सांसदों के एक समूह ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन से वीजा के संबंध में डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की एक नीति को बदलने का अनुरोध किया है। सांसदों ने एच-4 वीजा प्राप्त लोगों के दस्तावेज की वैधता की समय सीमा बढ़ाने का अनुरोध किया है। अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन सांसदों के अनुरोध को मान कर एच-4 वीजा प्राप्त लोगों के दस्तावेज की वैधता बढ़ा देते हैं, तो इससे हजारों भारतीयों को राहत मिल सकेगी। एच-4 वीजा एच-1 बी वीजा धारकों के जीवनसाथियों को जारी किया जाता है। एच-4 वीजा धारकों में अधिकतर उच्च कौशल वाली भारतीय महिलाएं शामिल हैं।
अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवाएं (यूएससीआईएस) विभाग द्वारा एच-4 वीजा, एच-1 बी वीजा धारकों के परिवार के सदस्यों (जीवनसाथी और 21 साल से कम उम्र के बच्चों) के लिए जारी किया जाता है। एच-1बी वीजा धारकों में अधिकतर भारतीय आईटी पेशेवर है। यह आमतौर पर उन लोगों को जारी किया जाता है, जो रोजगार के आधार पर स्थायी निवासी का दर्जा हासिल करना चाहते हैं।
संघीय रजिस्टर नोटिस प्रकाशित करने का निर्देश
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के सदस्यों ने 16 दिसंबर को बाइडन को पत्र लिखा, ‘‘हम आपसे आग्रह करते हैं कि गृह सुरक्षा विभाग को आपके प्रशासन के पहले दिन एच-4 वीजा की खत्म हो रही वैधता को लेकर संघीय रजिस्टर नोटिस प्रकाशित करने का निर्देश दिया जाए।’’
डेमोक्रेट बाइडन 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। पत्र में कहा गया कि गृह सुरक्षा विभाग ने 2015 में एक नियम जारी कर एच-एक बी वीजा धारकों के आश्रित जीवनसाथी को अनुमति दे दी थी।
बाइडन कर सकते हैं ये सुधार
बाइडन एच-1बी सहित अन्य उच्च कौशल वीजा की सीमा बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा वह विभिन्न देशों के लिए रोजगार आधारित वीजा के कोटा को समाप्त कर सकते हैं। माना जा रहा है कि इन दोनों ही कदमों से हजारों भारतीय पेशेवरों को फायदा होगा। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की कुछ आव्रजन नीतियों से भारतीय पेशेवर बुरी तरह प्रभावित हुए थे। माना जा रहा है कि बाइडन एच-1 बी वीजाधारकों के जीवनसाथी के लिए कार्य वीजा परमिट को रद्द करने के ट्रंप प्रशासन के फैसले को भी पलट सकते हैं। ट्रंप प्रशासन के इस फैसले से अमेरिकी में रहने वाले भारतीय परिवार प्रभावित हुए थे। बाइडेन प्रशासन की योजना एक वृहद आव्रजन सुधार पर काम करने की है। प्रशासन एकमुश्त या टुकड़ों में इन सुधारों को लागू करेगा।
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