जगदलपुर। प्रतिनिधि छत्तीसगढ़ की सीमा पर तेलंगाना के कोथागुडम जिले के नैलामडगू के जंगल में गुरुवार सुबह पांच बजे सुरक्षा बलों की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई। इस बीच फोर्स ने आठ नक्सलियों को मार गिराया। कई नक्सलियों के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना है। जवानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
मारे गए नक्सलियों में संगठन के असंतुष्ट खेमे का लीडर मोकल्ला समैया भी है। घटनास्थल से सभी नक्सलियों के शव व बड़ी संख्या में हथियार बरामद किए गए हैं। बस्तर में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षा बलों को हुए नुकसान के बाद केंद्रीय वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के. विजय कुमार ने अंतरराज्यीय ज्वाइंट ऑपरेशन चलाने व सहयोग बढ़ाने की नसीहत दी थी। इसके बाद से छत्तीसगढ़ सहित सीमाई राज्यों महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड व तेलंगाना में संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है।
इसी के तहत पुलिस व फोर्स की संयुक्त पार्टी गुरवार सुबह सर्चिग पर निकली थी। गंगारम ग्राम पंचायत के नैलामडगू के जंगल में पहुंचते ही घात लगाए नक्सलियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की। करीब दो घंटे तक दोनों तरफ से अंधाधुंध गोलियां चलने के बाद खुद को कमजोर पड़ता देख नक्सली भाग गए।
घटनास्थल की सर्चिंग पर आठ नक्सलियों के शव व दो ऑटोमेटिक एसएलआर, 12 बोर की बंदूक दो नग, आठ एमएम की एक पिस्टल सहित अन्य सामान बरामद किया गया है। मारे गए नक्सलियों में मोकल्ला समैया (36), एत्ती कुमार उर्फ राखी (35), मार्री गुदेम (26), जगकेती प्रवीन कुमार उर्फ आजाद (24), नुनावत अर्जुन उर्फ नवीन (22), बोइना ओमप्रकाश उर्फ गणेश (22), इसाम नरेश उर्फ सुदर्शन (30), व तुरकुली मधु उर्फ रमेश (35), शामिल हैं। मोकल्ला की बस्तर में हुई बड़ी वारदातों ताड़मेटला व रानीबोदली कांड में भी हाथ होना बताया जा रहा है।
Comments are closed.