संपादकीय ,
किसान आन्दोलन से जन्मेंगे कितने आन्दोलन उन मे से एक है स्टूडेंट आन्दोलन जो अपने एजुकेशन लोन को माफ़ करने के लिए शुरु करने की तैयारी मे है l
आज जहा पूरा देश किसान आन्दोलन की चपेट मे आ गया है और सरकारे अपनी सरकार बचाने के लिए किसानो को नई -नई सहूलियत और क़र्ज़ माफ़ी जैसी घोषणा कर रही है वही इस देश का छात्र भी इस दिशा मे सोचने को मजबूर हो गया है l
किसान जिन को फसल उगने के लिए लोन दिया जाता है और फसल नहीं होने पे उन का लोन माफ़ हो जाता है और साथ ही साथ उन को लोन का इंटरेस्ट रेट बहुत कम या मध्यप्रदेश जैसे राज्यों मे 0% है को इतनी सुबिधा मिल रही है और उन के अनाजो को भी सरकार खरीदती है की नुकसान कम हो और उन का अपनी लागत का मूल्य मिल जाए l
अब इस देश का स्टूडेंट यह सब देख के आक्रोश मे है और वो भी अपनी आवाज़ उठाने के लिये तैयार हो रहे है की जब किसानो का लोन माफ़ हो सकता है तो हमारा क्यों नहीं l सरकार कार लोन एजुकेशन लोन से सस्ता रेट ऑफ़ इंटरेस्ट पे देती है और एजुकेशन लोन सब से महंगा l सरकार ना ही उन को नौकरी की गारंटी देती है और नहीं किसी प्रकार की कोई सुबिधा जितना किसानो को मिलती है l
आज जब पूरा भारत सुलग रहा है तो कही ऐसा ना हो की पुरे भारत मे एकजुट हो कर अगर स्टूडेंट्स ने आन्दोलन शुरु कर दिया तो यह ज्वालामुखी की तरह भड़क जायेगा और इस की चपेट मे पूरा भारत आ जायेगा l
संभव है की सरकार को घेरने के लिए इन स्टूडेंट्स का साथ कांग्रेस या सभी राजनैतिक दल दे दे तो यह आग बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है l
अत सरकार को अब सोच समझ के फैसला लेना चाहिए की किसी दिए जाने वाली छुट किसी और मांग या आन्दोलन को जन्म ना दे l
आपका अपना
आनंद
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