नई दिल्ली । आंधी और बारिश के बीच दिल्ली-एनसीआर समेत पांच राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.2 मापी गई है। फिलहाल इन झटकों से किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में भी महसूस किए गए हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भी इसका असर रहा।
अफगानिस्तान और ताजिकिस्तान के बॉर्डर पर भूकंप का केंद्र बताया जा रहा है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.2 मापी गई है। जम्मू-कश्मीर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। फिलहाल इन झटकों से किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
बीते साल हिल गई थी दिल्ली
इससे पहले बीते साल 2 जून को दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। उस वक्त रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5 मापी गई थी। चिंता की वजह यह थी कि उस वक्त हरियाणा के रोहतक में भूकंप का केंद्र था। भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग घरों से बाहर निकल आए थे।
बड़े भूकंप का खतरा नहीं झेल पाएगी दिल्ली
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र की एक बड़ी समस्या आबादी का घनत्व भी है। तकरीबन दो करोड़ की आबादी वाली राजधानी दिल्ली में लाखों इमारतें दशकों पुरानी हैं और तमाम मोहल्ले एक दूसरे से सटे हुए बने हैं। ऐसे में बड़ा भूकंप आने की स्थिति में जानमाल की भारी हानि होगी। वैसे भी दिल्ली से थोड़ी दूर स्थित पानीपत इलाके के पास भू-गर्भ में फॉल्ट लाइन मौजूद है जिसके चलते भूकंप की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता।
खतरनाक हैं दिल्ली की 70-80% इमारतें
विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि दिल्ली में भूकंप के साथ-साथ कमज़ोर इमारतों से भी खतरा है। एक अनुमान के मुताबिक, दिल्ली की 70-80% इमारतें भूकंप का औसत से बड़ा झटका झेलने के लिहाज से नहीं बनी हैं।
भूकंप आए तो क्या करें
भूकंप का एहसास होते ही घबराएं नहीं। घर से बाहर किसी खाली जगह पर खड़े हो जाना चाहिए। बच्चों व बुजुर्गों को पहले घर से बाहर निकालें, किनारे में खड़े रहें। घर में भारी सामान सिर के ऊपर नहीं होना चाहिए।
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