दुबई : बल्लेबाज लोकेश राहुल ने अफगानिस्तान के खिलाफ एशिया कप मैच में निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) का एक मौका गंवा देने पर निराशा जाहिर की है। अगर राहुल इसका उपयोग नहीं करते तो महेंद्र सिंह धोनी और दिनेश कार्तिक में से कोई एक विकेट बचाया जा सकता था।
धोनी और कार्तिक दोनों को पगबाधा आउट दिया गया पर टीम इंडिया के पास समीक्षा के लिए डीआरएस बचा नहीं था। अगर डीआरएस होता तो इन दोनों के खिलाफ अंपायरों को अपने फैसले पलटने पड़ सकते थे। राहुल ने हालांकि भारत का एकमात्र रिव्यू उपयोग कर दिया था जिसमें उन्हें नाकामी मिली थी।
राहुल ने मैच के बाद कहा, ‘‘निश्चित तौर पर लगता है कि मुझे तब डीआरएस नहीं लेना चाहिए था। जब मैं क्रीज पर था तो मुझे लगा कि गेंद बाहर जा रही थी और मैंने तीसरे अंपायर की मदद ले ली।
’’ उन्होंने कहा, ‘‘कई बार आप बाद में समीक्षा प्रणाली की समीक्षा करते हो और तब लगता है कि आप इसे बाद के खिलाड़ियों के लिये छोड़ सकते थे।’’ राहुल ने कहा कि भविष्य में वह डीआरएस लेने में अधिक सतर्कता बरतेंगे।
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