राजस्व आसूचना निदेशालय ने आईफोन की एक खेप पकड़ी है, जिसे तस्करी करके देश में लाया जा रहा था।
सटीक खुफिया जानकारी के बाद राजस्व आसूचना निदेशालय के अधिकारियों ने 26 नवंबर, 2021 को दो कंसाइनमेंटों का निरीक्षण किया। ये कंसाइनमेंन्ट हांगकांग से एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स, छत्रपति शिवाजी इंटरनेशन एयरपोर्ट, मुम्बई पहुंचे थे। आयात सम्बंधी दस्तावेजों मेंमाल को “मेमरी कार्ड”के रूप में घोषित किया गया था। बहरहाल, जब कंसाइनमेंटों को खोलकर देखा गया, तो उनमें से निम्नलिखित सामान बरामद हुआ –
सामान | संख्या |
आईफोन 13 प्रो | 2,245 |
आईफोन 13 प्रो मैक्स | 1,401 |
गूगल पिक्सल 6 प्रो | 12 |
एप्पल स्मार्ट वॉच | 1 |
इस तरह, पकड़े गये कंसाइनमेंटों में 3,646 (तीन हजार छह सौ छियालिस) आईफोन-13 मोबाइल फोन बरामद हुये। उपरोक्त मोबाइल फोनों और एप्पल स्मार्ट वॉच को घोषित नहीं किया गया था। इन सबको सीमा-शुल्क अधिनियय, 1962 के तहत जब्त कर लिया गया। जब्त किये गये माल की बाजार कीमत लगभग 42.86 करोड़ रुपये है, जबकि दस्तावेजों में इनकी कीमत सिर्फ सिर्फ 80 लाख रुपयेघोषित की गई थी।
आईफोन 13 मॉडल के फोनों की बिक्री भारत में सितंबर 2021 से शुरू हुई थी। इसकी शुरुआती कीमत 70 हजार रुपये है और कुछ ऊंचे मॉडलों की कीमत एक लाख 80 हजार रुपये तक है। भारत में मोबाइल फोनों के आयात पर लगभग 44 प्रतिशत सीमा-शुल्क लगता है।
पकड़े गये इन ऊंचे और आधुनिक मॉडलों के फोनों को तस्करी के जरिये इतनी बड़ी मात्रा में देश में लाने की कोशिश से यह पता चलता है तस्करों ने कितनी जल्दी आईफोन 13 जैसे आधुनिक फोनों की तस्करी का जाल बिछा लिया है। इस जब्ती से एक जघन्य आयात धोखाधड़ी का भंडाफोड़ करने में मदद मिली है। इस कार्रवाई से राजस्व आसूचना निदेशालय की क्षमता का भी पता लगता है कि वह तस्करी के नये-नये और बारीक तरीकों का भी पता लगा लेता है, जिनकी वजह से काफी आर्थिक नुकसान होता है। देश के आर्थिक सीमाओं का सजग प्रहरी होने के नाते, राजस्व आसूचना निदेशालय पूरी तत्परता से तस्करी से निपट रहा है।
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