बदायूं में अब फिर नीले रंग में रंग गई डॉ. भीमराव आम्बेडकर की भगवा प्रतिमा

बदायूं । देश के संविधान के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले बाबा साहेब डॉ. भीमराव आम्बेडकर की प्रतिमाओं के साथ तोड़-फोड़ को लेकर प्रदेश सरकार बेहद गंभीर है। इसके इतर बदायूं में डॉ. आम्बेडकर की प्रतिमा का रंग ही बदल दिया गया। भगवा रंग में रंगी प्रतिमा को लेकर कल जब तीखी प्रतिक्रिया हुई तो आज इसको मूल रूप में रंग रोगन कर दिया गया।

बदायूं के कुंवरगांव थाना क्षेत्र के गांव दुगरैया में क्षतिग्रस्त होने के बाद डॉ. भीमराव आंबेडकर की स्थापित की गई प्रतिमा का रंग भगवा होने से मची उठापटक के बाद रात में ही उसका रंग बदल दिया गया। अब प्रतिमा को नीले रंग में रंग दिया गया है। कल भगवा रंग की प्रतिमा को बसपा नेताओं ने भगवान बुद्ध कलर बताते हुए माल्यार्पण किया था, आज रंग बदलने के बाद भी बसपा जिलाध्यक्ष समेत कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर माल्यार्पण किया।

इससे पहले शनिवार की सुबह गांव दुगरैया के पार्क में लगी डॉ. आंबेडकर प्रतिमा को खुराफाती ने क्षतिग्रस्त कर दिया था। प्रतिमा क्षतिग्रस्त होने के बाद सरकारी मशीनरी में खलबली मच गई तो सियासी गलियारों में भी हवाएं तेज हो गईं। घटना बड़ा मुद्दा न बने इसके लिए पुलिस प्रशासन ने आनन-फानन में आरोपी पर मुकदमा दर्ज कर नई प्रतिमा को मंगवा लिया गया। आगरा से आई नई प्रतिमा जब स्थापित हुई तो प्रतिमा का रंग भगवा होने की वजह से चर्चा में आ गई।

तेजी से फैली चर्चाएं जिम्मेदारों तक पहुंची तो शांति बनाए रखने के लिए बसपा जिलाध्यक्ष हेमेंद्र गौतम ने पत्र जारी करते हुए एसएसपी समेत सभी अधिकारियों को बताया कि प्रतिमा का फोटो आगरा से ही प्रतिमा बनाने वालों ने उन्हें व्हाट्सएप पर फोटो भेजा था। वहीं, प्रतिमा को गांव वालों ने भी सही बताया। उसी प्रतिमा को स्थापित किया गया है जिस पर किसी को आपत्ति नहीं है। प्रतिमा का रंग भगवा नहीं बल्कि वह बौद्ध का रंग है। जिलाध्यक्ष का पत्र जारी होने के बाद भी चर्चाएं नहीं थमीं और सोशल मीडिया पर तमाम कमेंट आने लगे। इसको देखते हुए सोमवार रात में ही प्रतिमा का रंग नीला कर दिया गया।

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