नई दिल्ली। पंजाबी बाग के एक कारोबारी के बेटे का अपहरण कर चार करोड़ की फिरौती वसूलने वाले तीन अपहर्ताओं को पुलिस ने दबोच लिया है। फिरौती की रकम में से 3.96 करोड़ रुपये बरामद भी कर लिए। पुलिस ने सोमवार को बताया कि पीड़ित युवक एक जनवरी को घर से आइ-20 कार से घूमने निकला था।
4 करोड़ की फिरौती वसूलने के लिए 40 बार किया था
पंजाबी बाग में ही दो कारें उसके आगे-पीछे लग गईं। दोनों कारों से चार बदमाश निकले और खिलौना पिस्टल के बल पर अपहरण कर लिया। आरोपी उसे लेकर पूर्वी दिल्ली पहुंचे और एक निर्माणाधीन मकान में रखा। उसी रात पीड़ित के मोबाइल से उसके पिता को फोन कर पांच करोड़ की फिरौती मांगी। फिरौती वसूलने के लिए बदमाशों ने 40 बार फोन किया था, लेकिन सभी कॉल एक मिनट से कम की थी।
साथ ही बताया कि बेटे की कार पंजाबी बाग में खड़ी है। पंजाबी बाग में कारोबारी को कार खड़ी मिली। पीड़ित कारोबारी ने उसी दिन बेटे के अपहरण की शिकायत पुलिस को दी। मामला क्राइम ब्रांच को सौंपा गया और पुलिसकर्मियों की आठ टीमों को अपहर्ताओं के पीछे लगाया गया।
पांच दिन तक बदमाशों की लोकेशन नहीं मिली। इस दौरान आरोपियों ने कारोबारी को अलग-अलग स्थानों से कई फोन किए। इसके बाद कारोबारी ने चार करोड़ रुपये देकर बेटे को मुक्त करा लिया। हालांकि बदमाशों को नहीं पता था कि वे फिरौती लेने के साथ ही पुलिस के जाल में फंस चुके हैं।
अपहर्ताओं ने 40 बार किया था फोन
एक से पांच जनवरी तक अपहरणकर्ताओं और कारोबारी के बीच 40 बार फोन पर बातचीत हुई। एक मिनट से भी कम समय की बातचीत होती थी। इस कारण उनकी लोकेशन नहीं मिल पा रही थी। पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर ली थी, लेकिन पीड़ित को सुरक्षित मुक्त कराने के लिए उन पर हाथ नहीं डाल रही थी।
अंत में चार करोड़ की फिरौती का सौदा तय हुआ। आखिर पुलिस ने एक आरोपी को फरीदाबाद और दो को पूर्वी दिल्ली से दबोचा। उनकी पहचान मुख्य आरोपी सुमित सिंह उर्फ राहुल, घनश्याम और सुनील के रूप में हुई है।
नौकरी से निकालने पर रची साजिश
सुमित कारोबारी के यहां पांच साल से एकाउंटेंट था। दो महीने पहले गबन के आरोप में उसे निकाला गया था। इसी का बदला लेने के लिए उसने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।
News Source :- www.jagran.com
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