न्यूज़ डेस्क : दिल्ली विधानसभा चुनाव में धनबल और बाहुबल लगातार बढ़ रहा है। देश की राजधानी में चुनाव लड़ने वाले 20 प्रतिशत उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें 15 प्रतिशत पर गंभीर मामले हैं। आपराधिक मामले वाले उम्मीदवारों की संख्या लगातार बढ़ी है। वर्ष 2008 में यह मात्र 14 फीसदी थे। वहीं, पार्टी की बात करें तो इस मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) ने सभी को पीछे छोड़ दिया है।
आप के जहां 70 में से 42 उम्मीदवार पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, वहीं बीजेपी के 26 और कांग्रेस के 18 उम्मीदवारों ने भी हलफनामे में आपराधिक मामले दर्ज होने की बात कही है।
2013 में 16 प्रतिशत और 2015 में 17 प्रतिशत आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।
एडीआर (एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म) ने सभी उम्मीदवारों के हलफनामों की जांच के बाद यह रिपोर्ट जारी की है। आपराधिक मामलों के साथ-साथ करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या भी राजधानी में बढ़ी है। इस बार दिल्ली के दंगल में 36 प्रतिशत करोड़पति उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इनमे सबसे ज्यादा संख्या कांग्रेस उम्मीदवारों की है।
आपराधिक मामले:
वर्ष | प्रत्याशी | आपराधिक मामले | गंभीर आपराधिक मामले |
2020 | 672 | 133 (20 फीसदी) | 104 (15 प्रतिशत) |
2015 | 673 | 114 (17 प्रतिशत) | 74 (11 फीसदी) |
2013 | 796 | 130 (16 प्रतिशत) | 94 (12 फीसदी) |
2008 | 790 | 111 (14 प्रतिशत) | 32 (चार फीसदी) |
दलवार आपराधिक मामलों वाले प्रत्याशी:
वर्ष | भाजपा | आप | कांग्रेस |
2020 | 26 (39 प्रतिशत) | 42 (60 प्रतिशत) | 18 (27 प्रतिशत) |
2015 | 17 (25 प्रतिशत) | 14 (बीस फीसदी) | 11 (16 प्रतिशत) |
लगातार बढ़े हैं करोड़पति उम्मीदवार:
चुनाव | कुल करोड़पति उम्मीदवार | भाजपा | आप | कांग्रेस |
2020 | 243 (36 प्रतिशत) | 70 फीसदी | 73 फीसदी | 83 फीसदी |
2015 | 230 (34 प्रतिशत) | 72 फीसदी | 63 फीसदी | 84 फीसदी |
उम्मीदवारों को औसत संपत्ति बढ़ी
विधानसभा चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की औसत संपत्ति बढ़ गई है। इस बार चुनाव मैदान में उतरे उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 4.34 करोड़ रुपये है। बीते चुनाव में यह 3.32 करोड़ थी। औसत संपत्ति में करीब एक करोड़ का इजाफा हुआ है। आप के 70 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 15.25 करोड़ रुपये है। कांग्रेस के 66 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 11.68 करोड़ और भाजपा के 67 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 10.22 करोड़ रुपये है। वर्ष 2013 विधानसभा चुनाव में लड़े प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 3.43 करोड़ रुपये थी। जबकि उससे पहले 2008 में यह 1.77 करोड़ थी।
अधिकतम संपत्ति भी ज्यादा हुई
मुंडका से आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ रहे धर्मपाल लाकड़ा की संपत्ति 292 करोड़ रुपये है। बीते चुनाव में सबसे ज्यादा संपत्ति मनजिंदर सिंह सिरसा ने घोषित की थी। उनके पास 239 करोड़ रुपये थे। सिरसा इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। लाकड़ा के बाद आप की प्रेमिला टोकस और बदरपुर से चुनाव लड़ रहे राम सिंह नेताजी के पास अस्सी करोड़ से ज्यादा संपत्ति है।
निर्दलियों के पास सबसे कम संपत्ति
पालम विधानसभा से चुनाव लड़ रहे आरपीआई (ए) के राजेश कुमार के पास 3600 रुपये की संपत्ति है। शालीमार बाग से निर्दलीय प्रत्याशी पूनम कौशिक की संपत्ति 6917 और नई दिल्ली से राहुल बेनीवाल के पास 7031 की संपत्ति है।
अहम बातें
– 2020 चुनाव में उतरे प्रत्याशियों में 32 पर महिलाओं के खिलाफ आपराधिक मामला है। इनमे से एक प्रत्याशी पर दुष्कर्म का मामला दर्ज है।
– 70 विधानसभा सीट में से 25 विधानसभा ऐसी हैं जहां तीन या उससे अधिक उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामला दर्ज होने की जानकारी दी है।
– 51 प्रतिशत उम्मीदवार 12वीं या उससे कम पढ़े हुए हैं। 16 फीसदी उम्मदीवारों ने खुद को असाक्षर घोषित किया है।
– 66 प्रतिशत उम्मीदवारों की आयु 50 वर्ष से कम है। आठ उम्मीदवारों ने आयु घोषित नहीं की है।
– 12 प्रतिशत महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, पिछले चुनाव में दस फीसदी महिलाओं ने चुनाव लड़ा था।
Comments are closed.