परियोजना का उद्देश्य कारोबार में आसानी को सुनिश्चित करने के लिए कंटेनर ट्रैकिंग और सम
दिल्ली कस्टम्स जोन के मुख्य आयुक्त, श्री सुरजीत भुजाबल ने आज आईसीडी गढ़ी हरसरू, गुरुग्राम में परियोजना ‘निगाह’ का शुभारंभ किया।
परियोजना निगाह आईसीटीएम (आईसीडी कंटेनर ट्रैकिंग मापांक) का उपयोग करके कंटेनर को ट्रैक करने की एक पहल है जो आईसीडी के भीतर कंटेनर की आवाजाही की बेहतर दृश्यता में सहयोग करेगा। यह प्रमुख रोकथाम जांचों को सुनिश्चित करने के साथ कारोबार में आसानी को बढ़ाने के लिए लंबे समय से मंजूरी की प्रतीक्षा कर रहे कंटेनरों की समय पर मंजूरी की निगरानी करने में भी मदद करेगा। आईसीटीएम को संरक्षक के तौर पर मैसर्स जीआरएफएल के सहयोग से विकसित किया गया है। सभी प्रतिभागियों को परियोजना का लाइव डेमो भी दिया गया।
इस अवसर पर, मुख्य आयुक्त ने अभिरक्षक मैसर्स जीआरएफएल को स्थानीय स्तर पर इस अभिनव विकास के लिए निगरानी में आसानी का समर्थन करने के अलावा सूक्ष्म स्तर की दृश्यता प्रदान करने के लिए और अन्य हितधारक प्लेटफार्मों के साथ सरकार द्वारा पेश तकनीकी प्लेटफार्मों से तालमेल बिठाने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि यह भारत को एक्जिम व्यापार के उच्च मानकों तक ले जाएगा । उन्होंने अन्य अभिरक्षकों को व्यापार में लाभ के लिए आईसीडी में परियोजना को दोहराने के लिए प्रोत्साहित किया।
समारोह में आईसीडी पटपड़गंज और अन्य आईसीडी सीमा शुल्क आयुक्त श्री मनीष सक्सेना, अपर सीमा शुल्क आयुक्त श्री जयंत सहाय, बंदरगाह के उपायुक्त श्री सुनील श्रीवास्तव और श्रीमती जया कुमारी, मेसर्स जीआरएफएल के उपाध्यक्ष श्री राजगुरु अपनी टीम के साथ; आईसीडी सोनीपत और आईसीडी पाटली के संरक्षक और दिल्ली कस्टम्स ब्रोकर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री पुनीत जैन ने भाग लिया। पटपड़गंज कमिश्नरी के अन्य आईसीडी की अन्य आईसीडी के अधिकारियों और अभिरक्षकों ने भी इस समारोह में वर्चुअल रूप से भाग लिया।
य पर मंजूरी प्रदान करना है
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